IASbaba Daily Prelims Quiz - Hindi
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करेंट अफेयर्स के प्रश्न ‘द हिंदू’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘पीआईबी‘ जैसे स्रोतों पर आधारित होते हैं, जो यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण स्रोत हैं। प्रश्न अवधारणाओं और तथ्यों दोनों पर केंद्रित हैं। दोहराव से बचने के लिए यहां कवर किए गए विषय आम तौर पर ‘दैनिक करंट अफेयर्स / डेली न्यूज एनालिसिस (डीएनए) और डेली स्टेटिक क्विज’ के तहत कवर किए जा रहे विषयों से भिन्न होते हैं। प्रश्न सोमवार से शनिवार तक दोपहर 2 बजे से पहले प्रकाशित किए जाएंगे। इस कार्य में आपको 10 मिनट से ज्यादा नहीं देना है।
इस कार्य के लिए तैयार हो जाएं और इस पहल का इष्टतम तरीके से उपयोग करें।
याद रखें कि, “साधारण अभ्यर्थी और चयनित होने वाले अभ्यर्थी के बीच का अंतर केवल दैनक अभ्यास है !!”
Important Note:
Comment अनुभाग में अपने अंक पोस्ट करना न भूलें। साथ ही, हमें बताएं कि क्या आपको आज का टेस्ट अच्छा लगा । 5 प्रश्नों को पूरा करने के बाद, अपना स्कोर, समय और उत्तर देखने के लिए ‘View Questions’ पर क्लिक करें।
उत्तर देखने के लिए, इन निर्देशों का पालन करें:
1 – ‘स्टार्ट टेस्ट/ Start Test’ बटन पर क्लिक करें
- प्रश्न हल करें
- ‘टेस्ट सारांश/Test Summary’बटन पर क्लिक करें
- ‘फिनिश टेस्ट/Finish Test’बटन पर क्लिक करें
- अब ‘View Questions’बटन पर क्लिक करें – यहां आपको उत्तर और लिंक दिखाई देंगे।
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Information
To view Solutions, follow these instructions:
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- Click on ‘Test Summary’ button
- Click on ‘Finish Test’ button
- Now click on ‘View Questions’ button – here you will see solutions and links.
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- 3
- 4
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Question 1 of 5
1. Question
‘स्मार्ट सिटीज एंड एकेडेमिया टुवर्ड्स एक्शन एंड रिसर्च (SAAR) प्रोग्राम‘ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
- इस कार्यक्रम के तहत चयनित संस्थान स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आने वाली परियोजनाओं में सभी कमियों को दूर करने के लिए शैक्षणिक सहायता प्रदान करेंगे ।
- यह आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और नीति आयोग की एक संयुक्त पहल है।
सही कथन का चयन करें:
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत गलत कार्यक्रम के तहत, देश के 15 प्रमुख आर्किटेक्चर और योजना संस्थान स्मार्ट सिटीज मिशन द्वारा शुरू की गई ऐतिहासिक परियोजनाओं के दस्तावेज के लिए स्मार्ट सिटी के साथ काम करेंगे। यह आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA), राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (NIUA) और देश के प्रमुख भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की एक संयुक्त पहल है। प्रसंग – कार्यक्रम हाल ही में शुरू किया गया था।
Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत गलत कार्यक्रम के तहत, देश के 15 प्रमुख आर्किटेक्चर और योजना संस्थान स्मार्ट सिटीज मिशन द्वारा शुरू की गई ऐतिहासिक परियोजनाओं के दस्तावेज के लिए स्मार्ट सिटी के साथ काम करेंगे। यह आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA), राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (NIUA) और देश के प्रमुख भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की एक संयुक्त पहल है। प्रसंग – कार्यक्रम हाल ही में शुरू किया गया था।
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Question 2 of 5
2. Question
शून्य बजट प्राकृतिक खेती (Zero Budget Natural Farming) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- यह एक प्राकृतिक कृषि तकनीक है जिसमें खेती बिना रसायनों के उपयोग या खरीदे गए आगत/इनपुट पर कोई पैसा खर्च किए बिना की जाती हैं ।
- इस प्राकृतिक कृषि पद्धति के अंतर्गत पांच स्तंभ हैं ।
- इसकी घोषणा पहली बार 2016 में केंद्रीय बजट में की गई थी।
सही कथन चुनें:
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत गलत यह एक प्राकृतिक खेती तकनीक है जिसमें खेती बिना रसायनों के उपयोग के और बिना किसी क्रेडिट का उपयोग किए या खरीदे गए आगत/इनपुट पर कोई पैसा खर्च किए बिना की जाती है। यह मूल रूप से महाराष्ट्र के कृषक और पद्म श्री प्राप्तकर्ता सुभाष पालेकर द्वारा प्रचारित किया गया था, जिन्होंने इसे 1990 के दशक के मध्य में हरित क्रांति के विकल्प के रूप में विकसित किया था। शून्य बजट प्राकृतिक खेती के चार स्तंभ हैं: जीवामृत/जीवमृत बीजामृत/बीजमृत अच्चादान- मल्चिंग व्हापासा- नमी शून्य बजट प्राकृतिक खेती का ज़िक्र केंद्र सरकार के दो बजट भाषणों 2019-20 और 2020-21 में किया गया था। संदर्भ – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) समिति ने भविष्यवाणी की कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती (ZBNF) के परिणामस्वरूप कृषि फसलों के उत्पादन में कमी आएगी।
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत गलत यह एक प्राकृतिक खेती तकनीक है जिसमें खेती बिना रसायनों के उपयोग के और बिना किसी क्रेडिट का उपयोग किए या खरीदे गए आगत/इनपुट पर कोई पैसा खर्च किए बिना की जाती है। यह मूल रूप से महाराष्ट्र के कृषक और पद्म श्री प्राप्तकर्ता सुभाष पालेकर द्वारा प्रचारित किया गया था, जिन्होंने इसे 1990 के दशक के मध्य में हरित क्रांति के विकल्प के रूप में विकसित किया था। शून्य बजट प्राकृतिक खेती के चार स्तंभ हैं: जीवामृत/जीवमृत बीजामृत/बीजमृत अच्चादान- मल्चिंग व्हापासा- नमी शून्य बजट प्राकृतिक खेती का ज़िक्र केंद्र सरकार के दो बजट भाषणों 2019-20 और 2020-21 में किया गया था। संदर्भ – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) समिति ने भविष्यवाणी की कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती (ZBNF) के परिणामस्वरूप कृषि फसलों के उत्पादन में कमी आएगी।
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Question 3 of 5
3. Question
‘ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट‘ किसके द्वारा जारी की गई?
Correct
Solution (c)
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जाती है। यह वैश्विक जोखिम धारणा सर्वेक्षण (GRPS) पर आधारित है और पांच श्रेणियों में उत्पन्न होने वाले प्रमुख जोखिमों पर प्रकाश डालता है: आर्थिक, पर्यावरण, भू-राजनीतिक, सामाजिक और तकनीकी।
प्रसंग – रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी।
Incorrect
Solution (c)
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जाती है। यह वैश्विक जोखिम धारणा सर्वेक्षण (GRPS) पर आधारित है और पांच श्रेणियों में उत्पन्न होने वाले प्रमुख जोखिमों पर प्रकाश डालता है: आर्थिक, पर्यावरण, भू-राजनीतिक, सामाजिक और तकनीकी।
प्रसंग – रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी।
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Question 4 of 5
4. Question
विश्व व्यापार संगठन में ‘विकासशील देश‘ की स्थिति के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- “विकसित” या “विकासशील” देशों की कोई डब्ल्यूटीओ परिभाषा नहीं है।
- विश्व व्यापार संगठन के लगभग आधे सदस्य विकासशील देश हैं।
- व्यापार और विकास समिति विकासशील देशों पर ध्यान केंद्रित करने वाली मुख्य संस्था है
- गेट (GATT) और सेवाओं में व्यापार पर सामान्य समझौता (GATS) दोनों विकासशील देशों को कुछ तरजीही उपचार की अनुमति देते हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत सही “विकसित” या “विकासशील” देशों की कोई डब्ल्यूटीओ परिभाषा नहीं है। विश्व व्यापार संगठन में विकासशील देशों को स्व-चयन (self-selection) के आधार पर नामित किया जाता है, हालांकि यह जरूरी नहीं कि सभी विश्व व्यापार संगठन निकायों में स्वचालित रूप से स्वीकार किया जाए। विश्व व्यापार संगठन के लगभग 164 सदस्यों में से लगभग दो तिहाई विकासशील देश हैं। व्यापार और विकास समिति विश्व व्यापार संगठन में इस क्षेत्र में काम पर ध्यान केंद्रित करने वाला मुख्य निकाय है, कुछ अन्य विशिष्ट विषयों जैसे व्यापार और ऋण, और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से निपटते हैं। गेट (GATT) और सेवाओं में व्यापार पर सामान्य समझौता (GATS) दोनों विकासशील देशों को कुछ तरजीही उपचार की अनुमति देते हैं। प्रसंग – विश्व व्यापार संगठन में चीन की ‘विकासशील देश‘ की स्थिति पर सवाल उठाया गया था।
Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत सही “विकसित” या “विकासशील” देशों की कोई डब्ल्यूटीओ परिभाषा नहीं है। विश्व व्यापार संगठन में विकासशील देशों को स्व-चयन (self-selection) के आधार पर नामित किया जाता है, हालांकि यह जरूरी नहीं कि सभी विश्व व्यापार संगठन निकायों में स्वचालित रूप से स्वीकार किया जाए। विश्व व्यापार संगठन के लगभग 164 सदस्यों में से लगभग दो तिहाई विकासशील देश हैं। व्यापार और विकास समिति विश्व व्यापार संगठन में इस क्षेत्र में काम पर ध्यान केंद्रित करने वाला मुख्य निकाय है, कुछ अन्य विशिष्ट विषयों जैसे व्यापार और ऋण, और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से निपटते हैं। गेट (GATT) और सेवाओं में व्यापार पर सामान्य समझौता (GATS) दोनों विकासशील देशों को कुछ तरजीही उपचार की अनुमति देते हैं। प्रसंग – विश्व व्यापार संगठन में चीन की ‘विकासशील देश‘ की स्थिति पर सवाल उठाया गया था।
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Question 5 of 5
5. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें
- किसी राज्य की संसद/विधायिका को किसी सदस्य को अनिश्चित काल के लिए निलंबित करने का अधिकार नहीं है।
- जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में कहा गया है कि यदि सदन का कोई सदस्य 60 दिनों की अवधि के लिए उसकी अनुमति के बिना सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो सदन उसके स्थान को रिक्त घोषित कर सकता है।
सही कथन चुनें
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा था कि सदन किसी सदस्य को 59 दिनों से अधिक निलंबित नहीं कर सकता। विधायकों का निलंबन समग्र रूप से निर्वाचन क्षेत्रों को दंडित करने के समान होगा। संविधान के अनुच्छेद 190(4) में कहा गया है कि यदि सदन का कोई सदस्य 60 दिनों की अवधि के लिए उसकी अनुमति के बिना सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो सदन उसके स्थान को रिक्त घोषित कर सकता है। प्रसंग – सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महाराष्ट्र के विधायक से संबंधित एक मामले में यह टिप्पणी की।
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा था कि सदन किसी सदस्य को 59 दिनों से अधिक निलंबित नहीं कर सकता। विधायकों का निलंबन समग्र रूप से निर्वाचन क्षेत्रों को दंडित करने के समान होगा। संविधान के अनुच्छेद 190(4) में कहा गया है कि यदि सदन का कोई सदस्य 60 दिनों की अवधि के लिए उसकी अनुमति के बिना सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो सदन उसके स्थान को रिक्त घोषित कर सकता है। प्रसंग – सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महाराष्ट्र के विधायक से संबंधित एक मामले में यह टिप्पणी की।
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