Hindi Initiatives, IASbaba Prelims 60 Days Plan, Rapid Revision Series (RaRe)
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60 दिनों की रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज IASbaba की एक महत्त्वपूर्ण पहल है जो टॉपर्स द्वारा अनुशंसित है और हर साल अभ्यर्थियों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद की जाती है।
यह सबसे व्यापक कार्यक्रम है जो आपको दैनिक आधार पर पाठ्यक्रम को पूरा करने, रिवीजन करने और टेस्ट का अभ्यास करने में मदद करेगा। दैनिक आधार पर कार्यक्रम में शामिल हैं
- उच्च संभावित टॉपिक्स पर दैनिक रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज वीडियो (सोमवार – शनिवार)
- वीडियो चर्चा में, उन टॉपिक्स पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिनकी UPSC प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र में आने की उच्च संभावना होती है।
- प्रत्येक सत्र 20 मिनट से 30 मिनट का होगा, जिसमें कार्यक्रम के अनुसार इस वर्ष प्रीलिम्स परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण 15 उच्च संभावित टॉपिक्स (स्टैटिक और समसामयिक दोनों) का तेजी से रिवीजन शामिल होगा।
Note – वीडियो केवल अंग्रेज़ी में उपलब्ध होंगे
- रैपिड रिवीजन नोट्स
- परीक्षा को पास करने में सही सामग्री महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और रैपिड रिवीजन (RaRe) नोट्स में प्रीलिम्स विशिष्ट विषय-वार परिष्कृत नोट्स होंगे।
- मुख्य उद्देश्य छात्रों को सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को रिवाइज़ करने में मदद करना है और वह भी बहुत कम सीमित समय सीमा के भीतर करना है
Note – दैनिक टेस्ट और विस्तृत व्याख्या की पीडीएफ और ‘दैनिक नोट्स’ को पीडीएफ प्रारूप में अपडेट किया जाएगा जो अंग्रेजी और हिन्दी दोनों में डाउनलोड करने योग्य होंगे।
- दैनिक प्रीलिम्स MCQs स्टेटिक (सोमवार – शनिवार)
- दैनिक स्टेटिक क्विज़ में स्टेटिक विषयों के सभी टॉपिक्स शामिल होंगे – राजनीति, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, पर्यावरण तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।
- 20 प्रश्न प्रतिदिन पोस्ट किए जाएंगे और इन प्रश्नों को शेड्यूल में उल्लिखित टॉपिक्स और RaRe वीडियो से तैयार किया गया है।
- यह आपके स्टैटिक टॉपिक्स का समय पर और सुव्यवस्थित रिवीजन सुनिश्चित करेगा।
- दैनिक करेंट अफेयर्स MCQs (सोमवार – शनिवार)
- दैनिक 5 करेंट अफेयर्स प्रश्न, ‘द हिंदू’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘पीआईबी’ जैसे स्रोतों पर आधारित, शेड्यूल के अनुसार सोमवार से शनिवार तक प्रकाशित किए जाएंगे।
- दैनिक CSAT Quiz (सोमवार –शनिवार)
- सीसैट कई अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का कारण रहा है।
- दैनिक रूप से 5 सीसैट प्रश्न प्रकाशित किए जाएंगे।
Note – 20 स्टैटिक प्रश्नों, 5 करेंट अफेयर्स प्रश्नों और 5 CSAT प्रश्नों का दैनिक रूप से टेस्ट। (30 प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न) प्रश्नोत्तरी प्रारूप में अंग्रेजी और हिंदी दोनों में दैनिक आधार पर अपडेट किया जाएगा।
60 DAY रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज के बारे में अधिक जानने के लिए – CLICK HERE
Download 60 Day Rapid Revision (RaRe) Series Schedule – CLICK HERE
Download 60 Day Rapid Revision (RaRe) Series Notes & Solutions DAY 24 – CLICK HERE
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Information
The following Test is based on the syllabus of 60 Days Plan-2022 for UPSC IAS Prelims 2022.
To view Solutions, follow these instructions:
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- Click on ‘Test Summary’ button
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Question 1 of 30
1. Question
1) ग्रीन क्लाइमेट फंड (GCF) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
- यह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन द्वारा स्थापित किया गया था।
- इसका प्रबंधन विश्व बैंक द्वारा किया जा रहा है।
- यह अपनी निजी क्षेत्र की सुविधा के माध्यम से सीधे निजी क्षेत्र के साथ संलग्न है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ग्रीन क्लाइमेट फंड (GCF) की स्थापना 2010 में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) द्वारा की गई थी। इसका प्रबंधन विश्व बैंक द्वारा नहीं किया जाता है। ग्रीन क्लाइमेट फंड का अपना प्रशासनिक ढांचा है, जिसका मुख्यालय सोंगडो इंटरनेशनल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (Songdo International Business District), इंचियोन, दक्षिण कोरिया में है। यह अपनी निजी क्षेत्र की सुविधा के माध्यम से सीधे निजी क्षेत्र के साथ संलग्न है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ग्रीन क्लाइमेट फंड (GCF) की स्थापना 2010 में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) द्वारा की गई थी। इसका प्रबंधन विश्व बैंक द्वारा नहीं किया जाता है। ग्रीन क्लाइमेट फंड का अपना प्रशासनिक ढांचा है, जिसका मुख्यालय सोंगडो इंटरनेशनल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (Songdo International Business District), इंचियोन, दक्षिण कोरिया में है। यह अपनी निजी क्षेत्र की सुविधा के माध्यम से सीधे निजी क्षेत्र के साथ संलग्न है। -
Question 2 of 30
2. Question
कार्टाजेना प्रोटोकॉल (Cartagena Protocol) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- इसे 1992 के रियो शिखर सम्मेलन में जैविक विविधता पर कन्वेंशन के पूरक समझौते के रूप में अपनाया गया था।
- यह जैविक विविधता को आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के परिणामस्वरूप जीवित संशोधित जीवों के सीमावर्ती संचलनों द्वारा उत्पन्न संभावित जोखिमों से बचाने का प्रयास करता है।
- यह सुनिश्चित करने के लिए एक अग्रिम सूचित समझौता (AIA) प्रक्रिया स्थापित करता है कि देशों को अपने क्षेत्र में ऐसे जीवों के आयात के लिए सहमत होने से पहले सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की जाती है।
- यह विश्व व्यापार संगठन के तहत सरकारों के अधिकारों और दायित्वों को बदलने के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी प्रोटोकॉल है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 गलत सही सही गलत कन्वेंशन ऑन बायोलॉजिकल डायवर्सिटी के पूरक समझौते के रूप में, इसे 2000 में अपनाया गया था और 2003 में लागू हुआ था। यह जैविक विविधता को आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के परिणामस्वरूप जीवित संशोधित जीवों के सीमावर्ती संचलनों द्वारा उत्पन्न संभावित जोखिमों से बचाने का प्रयास करता है। यह सुनिश्चित करने के लिए एक अग्रिम सूचित समझौता (AIA) प्रक्रिया स्थापित करता है कि देशों को अपने क्षेत्र में ऐसे जीवों के आयात के लिए सहमत होने से पहले सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की जाती है। यद्यपि यह कानूनी रूप से बाध्यकारी प्रोटोकॉल है, यह समझौता विश्व व्यापार संगठन (WTO) या अन्य मौजूदा अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत सरकारों के अधिकारों और दायित्वों में कोई परिवर्तन नहीं करता है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 गलत सही सही गलत कन्वेंशन ऑन बायोलॉजिकल डायवर्सिटी के पूरक समझौते के रूप में, इसे 2000 में अपनाया गया था और 2003 में लागू हुआ था। यह जैविक विविधता को आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के परिणामस्वरूप जीवित संशोधित जीवों के सीमावर्ती संचलनों द्वारा उत्पन्न संभावित जोखिमों से बचाने का प्रयास करता है। यह सुनिश्चित करने के लिए एक अग्रिम सूचित समझौता (AIA) प्रक्रिया स्थापित करता है कि देशों को अपने क्षेत्र में ऐसे जीवों के आयात के लिए सहमत होने से पहले सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की जाती है। यद्यपि यह कानूनी रूप से बाध्यकारी प्रोटोकॉल है, यह समझौता विश्व व्यापार संगठन (WTO) या अन्य मौजूदा अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत सरकारों के अधिकारों और दायित्वों में कोई परिवर्तन नहीं करता है। -
Question 3 of 30
3. Question
भारतीय पशु बोर्ड का गठन निम्नलिखित में से किस अधिनियम के तहत किया गया था?
Correct
Solution (c)
Explanation:
भारतीय पशु बोर्ड (Animal Board of India) –
- जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम अधिनियम, भारत की संसद का एक अधिनियम है जिसे 1960 में जानवरों पर अनावश्यक दर्द या पीड़ा को रोकने और जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम से संबंधित कानूनों में संशोधन करने के लिए अधिनियमित किया गया था। कानून के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार ने भारतीय पशु कल्याण बोर्ड का गठन किया।
- वित्तीय मदद एवं अन्य तरीके से पिंजरा, शरणगाहों, पशु शेल्टर, अभयारण्य इत्यादि के निर्माण या अवस्थापना को बढ़ावा देना जहाँ पशुओं एवं पक्षियों को उस दौरान शरण मिल सके जब वे वृद्ध हो जाते हैं एवं बेकार हो जाते हैं या जब उन्हें संरक्षण की जरूरत होती है।
Incorrect
Solution (c)
Explanation:
भारतीय पशु बोर्ड (Animal Board of India) –
- जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम अधिनियम, भारत की संसद का एक अधिनियम है जिसे 1960 में जानवरों पर अनावश्यक दर्द या पीड़ा को रोकने और जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम से संबंधित कानूनों में संशोधन करने के लिए अधिनियमित किया गया था। कानून के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार ने भारतीय पशु कल्याण बोर्ड का गठन किया।
- वित्तीय मदद एवं अन्य तरीके से पिंजरा, शरणगाहों, पशु शेल्टर, अभयारण्य इत्यादि के निर्माण या अवस्थापना को बढ़ावा देना जहाँ पशुओं एवं पक्षियों को उस दौरान शरण मिल सके जब वे वृद्ध हो जाते हैं एवं बेकार हो जाते हैं या जब उन्हें संरक्षण की जरूरत होती है।
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Question 4 of 30
4. Question
राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही हैं?
- इसका गठन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत किया गया है।
- यह राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में और उसके आसपास परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है।
- पर्यावरण और वन मंत्रालय (MoEF) NBWL की मंजूरी के बिना राष्ट्रीय उद्यानों की सीमाओं में परिवर्तन कर सकता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत इसका गठन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत किया गया है। यह राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में और उसके आसपास परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है। NBWL के अनुमोदन के बिना राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की सीमाओं में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत इसका गठन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत किया गया है। यह राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में और उसके आसपास परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है। NBWL के अनुमोदन के बिना राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की सीमाओं में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। -
Question 5 of 30
5. Question
वर्ल्ड वाइड फंड (WWF) फॉर नेचर के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- डब्ल्यूडब्ल्यूएफ फॉर नेचर एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है।
- यह हर तीन साल में ‘द लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट’ प्रकाशित करता है।
- यह पर्यावरण पर मानवीय फुटप्रिंट को कम करने के लिए कार्यरत् है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही डब्ल्यूडब्ल्यूएफ फॉर नेचर 1961 में स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है। यह हर दो साल में ‘द लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट’ प्रकाशित करता है। यह पर्यावरण पर मानवीय फुटप्रिंट को कम करने के लिए कार्यरत् है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही डब्ल्यूडब्ल्यूएफ फॉर नेचर 1961 में स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है। यह हर दो साल में ‘द लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट’ प्रकाशित करता है। यह पर्यावरण पर मानवीय फुटप्रिंट को कम करने के लिए कार्यरत् है। -
Question 6 of 30
6. Question
मैन एंड बायोस्फियर प्रोग्राम के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- इसे आईयूसीएन (IUCN) औरडब्ल्यूडब्ल्यूएफ (WWF) द्वारा लॉन्च किया गया था।
- इसका उद्देश्य लोगों और उनके वातावरण के बीच संबंधों में सुधार के लिए वैज्ञानिक आधार स्थापित करना है।
- बायोस्फीयर रिजर्व के विश्व नेटवर्क में शामिल करने के लिए बायोस्फीयर रिजर्व को राष्ट्रीय सरकार द्वारा नामित किया गया है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही सही इसे यूनेस्को UNESCO) द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य लोगों और उनके वातावरण के बीच संबंधों में सुधार के लिए वैज्ञानिक आधार स्थापित करना है। बायोस्फीयर रिजर्व के विश्व नेटवर्क में शामिल करने के लिए बायोस्फीयर रिजर्व को राष्ट्रीय सरकार द्वारा नामित किया गया है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही सही इसे यूनेस्को UNESCO) द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य लोगों और उनके वातावरण के बीच संबंधों में सुधार के लिए वैज्ञानिक आधार स्थापित करना है। बायोस्फीयर रिजर्व के विश्व नेटवर्क में शामिल करने के लिए बायोस्फीयर रिजर्व को राष्ट्रीय सरकार द्वारा नामित किया गया है। -
Question 7 of 30
7. Question
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- अनुसूची 1 और अनुसूची 2 के भाग II में सूचीबद्ध पशुओं को पूर्ण सुरक्षा प्राप्त है।
- अनुसूची 4 में सूचीबद्ध जानवरों को ‘वर्मिन’ कहा जाता है जिनका शिकार किया जा सकता है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत अनुसूची 1 और अनुसूची 2 के भाग II में सूचीबद्ध पशुओं को पूर्ण सुरक्षा प्राप्त है। अनुसूची 5 में सूचीबद्ध जानवरों को ‘वर्मिन’ कहा जाता है जिनका शिकार किया जा सकता है। Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत अनुसूची 1 और अनुसूची 2 के भाग II में सूचीबद्ध पशुओं को पूर्ण सुरक्षा प्राप्त है। अनुसूची 5 में सूचीबद्ध जानवरों को ‘वर्मिन’ कहा जाता है जिनका शिकार किया जा सकता है। -
Question 8 of 30
8. Question
एनविस्टैट्स इंडिया रिपोर्ट (EnviStats India report) पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साधन के रूप में विभिन्न पर्यावरणीय कारकों पर डेटा प्रकाशित करती है। यह किसके द्वारा प्रतिवर्ष जारी किया जाता है?
Correct
Solution (d)
Explanation:
- पर्यावरणीय सांख्यिकी का विकास सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा को प्राप्त करने के लिए, पर्यावरण के आंकड़ों के दायरे में पर्यावरण के मुद्दों के सभी घटकों गुणवत्ता, अनुकूलन और शमन उपायों से लेकर शासन और विनियमन तक को शामिल करने की आवश्यकता है, ताकि उचित नीतियों के निर्माण को सक्षम किया जा सके।
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने एनविस्टैट्स इंडिया रिपोर्ट (EnviStats India report) में इस आवश्यकता को संबोधित किया है। रिपोर्ट में विभिन्न पर्यावरणीय कारकों पर जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरणीय चिंताओं की धुरी पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करने के साधन के रूप में डेटा पर प्रकाश डाला गया है।
Incorrect
Solution (d)
Explanation:
- पर्यावरणीय सांख्यिकी का विकास सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा को प्राप्त करने के लिए, पर्यावरण के आंकड़ों के दायरे में पर्यावरण के मुद्दों के सभी घटकों गुणवत्ता, अनुकूलन और शमन उपायों से लेकर शासन और विनियमन तक को शामिल करने की आवश्यकता है, ताकि उचित नीतियों के निर्माण को सक्षम किया जा सके।
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने एनविस्टैट्स इंडिया रिपोर्ट (EnviStats India report) में इस आवश्यकता को संबोधित किया है। रिपोर्ट में विभिन्न पर्यावरणीय कारकों पर जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरणीय चिंताओं की धुरी पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करने के साधन के रूप में डेटा पर प्रकाश डाला गया है।
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Question 9 of 30
9. Question
पृथ्वी शिखर सम्मेलन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- यह पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है जो 1992 में रियो डी जनेरियो में हुआ था।
- एजेंडा 21, एक गैर-बाध्यकारी कार्य योजना, इस शिखर सम्मेलन का परिणाम था।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही यह पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है जो 1992 में रियो डी जनेरियो में हुआ था। एजेंडा 21, एक गैर-बाध्यकारी कार्य योजना (non-binding action plan) , इस शिखर सम्मेलन का परिणाम था। 2015 से, सतत विकास लक्ष्यों को नए एजेंडा 2030 में शामिल किया गया है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही यह पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है जो 1992 में रियो डी जनेरियो में हुआ था। एजेंडा 21, एक गैर-बाध्यकारी कार्य योजना (non-binding action plan) , इस शिखर सम्मेलन का परिणाम था। 2015 से, सतत विकास लक्ष्यों को नए एजेंडा 2030 में शामिल किया गया है। -
Question 10 of 30
10. Question
‘राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (NEERI) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- यह पर्यावरण विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में अग्रणी प्रयोगशाला है।
- यह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत है।
- इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
) Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही यह पर्यावरण विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में अग्रणी प्रयोगशाला है। नीरी केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (भारत) के अंतर्गत आता है। इसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री और उपाध्यक्ष के रूप में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री कार्य करते हैं। Incorrect
) Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही यह पर्यावरण विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में अग्रणी प्रयोगशाला है। नीरी केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (भारत) के अंतर्गत आता है। इसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री और उपाध्यक्ष के रूप में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री कार्य करते हैं। -
Question 11 of 30
11. Question
पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत निम्नलिखित में से कौन सी केंद्र सरकार की शक्तियां हैं?
- यह किसी भी स्रोत से प्रदूषकों के उत्सर्जन के लिए मानक निर्धारित कर सकता है।
- यह खतरनाक पदार्थों से निपटने के लिए प्रक्रियाओं और सुरक्षा उपायों को निर्धारित कर सकता है।
- यह किसी भी वन भूमि को गैर-वन उद्देश्यों के लिए निर्देशित करने के लिए राज्य सरकार को पूर्व स्वीकृति लेने के लिए दबाव डाल सकता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत यह किसी भी स्रोत से प्रदूषकों के उत्सर्जन के लिए मानक निर्धारित कर सकता है। यह खतरनाक पदार्थों से निपटने के लिए प्रक्रियाओं और सुरक्षा उपायों को निर्धारित कर सकता है। वन (संरक्षण) अधिनियम, 1981 राज्य सरकार को किसी भी वन भूमि को गैर-वन उद्देश्यों के लिए निर्देशित करने के लिए पूर्व स्वीकृति लेने के लिए दबाव डाल सकता है। Notes:
पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत केंद्र सरकार की शक्तियों में शामिल हैं:
- अखिल भारतीय आधार पर पर्यावरण प्रदूषण को रोकने, नियंत्रित करने और उपशमन के लिए कार्यक्रमों की योजना और निष्पादन।
- पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ प्रदूषण से संबंधित सभी मामलों के संबंध में नियम बनाना।
- किसी भी स्रोत से प्रदूषकों के उत्सर्जन के लिए मानक निर्धारित करना।
- विभिन्न स्रोतों से पर्यावरण प्रदूषकों के उत्सर्जन या निर्वहन के लिये मानक निर्धारित करना।
- उन क्षेत्रों पर कुछ सुरक्षा उपायों के अधीन प्रतिबंध लगाना, जिनमें किसी उद्योग, उद्योगों के समूह या ऐसी प्रक्रियाओं का संचालन हो रहा है।
- केंद्र सरकार इस अधिनियम के तहत विभिन्न उद्देश्यों के लिये अधिकारियों की नियुक्ति कर सकती है और उन्हें संबंधित शक्तियाँ एवं कार्य सौंप सकती है।
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत यह किसी भी स्रोत से प्रदूषकों के उत्सर्जन के लिए मानक निर्धारित कर सकता है। यह खतरनाक पदार्थों से निपटने के लिए प्रक्रियाओं और सुरक्षा उपायों को निर्धारित कर सकता है। वन (संरक्षण) अधिनियम, 1981 राज्य सरकार को किसी भी वन भूमि को गैर-वन उद्देश्यों के लिए निर्देशित करने के लिए पूर्व स्वीकृति लेने के लिए दबाव डाल सकता है। Notes:
पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत केंद्र सरकार की शक्तियों में शामिल हैं:
- अखिल भारतीय आधार पर पर्यावरण प्रदूषण को रोकने, नियंत्रित करने और उपशमन के लिए कार्यक्रमों की योजना और निष्पादन।
- पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ प्रदूषण से संबंधित सभी मामलों के संबंध में नियम बनाना।
- किसी भी स्रोत से प्रदूषकों के उत्सर्जन के लिए मानक निर्धारित करना।
- विभिन्न स्रोतों से पर्यावरण प्रदूषकों के उत्सर्जन या निर्वहन के लिये मानक निर्धारित करना।
- उन क्षेत्रों पर कुछ सुरक्षा उपायों के अधीन प्रतिबंध लगाना, जिनमें किसी उद्योग, उद्योगों के समूह या ऐसी प्रक्रियाओं का संचालन हो रहा है।
- केंद्र सरकार इस अधिनियम के तहत विभिन्न उद्देश्यों के लिये अधिकारियों की नियुक्ति कर सकती है और उन्हें संबंधित शक्तियाँ एवं कार्य सौंप सकती है।
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Question 12 of 30
12. Question
राष्ट्रीय वन नीति 1988 के निम्नलिखित में से कौन से उद्देश्य हैं?
- आदिवासियों के लिए रोजगार सृजन के संबंध में लघु वनोपज के उत्पादन की सुरक्षा, परिष्कृत और विकास करना।
- राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और तटीय इलाकों में बालू के टीलों या सैंड ड्यून के विस्तार की जाँच करना।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही आदिवासियों के लिए रोजगार सृजन के संबंध में लघु वनोपज के उत्पादन की सुरक्षा, परिष्कृत और विकास करना। राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और तटीय इलाकों में बालू के टीलों या सैंड ड्यून के विस्तार की जाँच करना। Notes:
राष्ट्रीय वन नीति, 1988- राष्ट्रीय वन नीति को नियंत्रित करने वाले बुनियादी उद्देश्य इस प्रकार हैंः
- संरक्षण के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता का रखरखाव और, जहां आवश्यक हो, पारिस्थितिक संतुलन की बहाली, जो देश के जंगलों की गंभीर कमी से प्रतिकूल रूप से विक्षुब्ध है।
- शेष प्राकृतिक वनों को वनस्पतियों और जीवों की विशाल विविधता के साथ संरक्षित करके देश की प्राकृतिक विरासत का संरक्षण, जो देश की उल्लेखनीय जैविक विविधता और आनुवंशिक संसाधनों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- ग्रामीण और आदिवासी आबादी की ईंधन-लकड़ी, चारा, लघु वनोपज और छोटी लकड़ी की आवश्यकताओं को पूरा करना।
- आवश्यक राष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वनों की उत्पादकता में वृद्धि करना। और इस प्रकार आदिवासी रोजगार में वृद्धि।
- वन उपज के कुशल उपयोग को प्रोत्साहित करना और लकड़ी के प्रतिस्थापन को अधिकतम करना।
- नदियों, झीलों, जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में मृदा और जल संरक्षण के हित में, बाढ़ और सूखे को कम करने के लिए और जलाशयों की गाद की मंदता के लिए मृदा के कटाव और अनाच्छादन की जाँच करना। राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और तटीय इलाकों में बालू के टीलों के विस्तार की जाँच करना।
- बड़े पैमाने पर वनरोपण और सामाजिक वानिकी कार्यक्रमों के माध्यम से देश में वन/वृक्षों के आच्छादन में पर्याप्त वृद्धि, विशेष रूप से सभी असिंचित, अवक्रमित और अनुत्पादक भूमि पर।
- इन उद्देश्यों को प्राप्त करने और मौजूदा वनों पर दबाव को कम करने के लिए महिलाओं की भागीदारी के साथ बड़े पैमाने पर जन आंदोलन का निर्माण।
Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही आदिवासियों के लिए रोजगार सृजन के संबंध में लघु वनोपज के उत्पादन की सुरक्षा, परिष्कृत और विकास करना। राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और तटीय इलाकों में बालू के टीलों या सैंड ड्यून के विस्तार की जाँच करना। Notes:
राष्ट्रीय वन नीति, 1988- राष्ट्रीय वन नीति को नियंत्रित करने वाले बुनियादी उद्देश्य इस प्रकार हैंः
- संरक्षण के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता का रखरखाव और, जहां आवश्यक हो, पारिस्थितिक संतुलन की बहाली, जो देश के जंगलों की गंभीर कमी से प्रतिकूल रूप से विक्षुब्ध है।
- शेष प्राकृतिक वनों को वनस्पतियों और जीवों की विशाल विविधता के साथ संरक्षित करके देश की प्राकृतिक विरासत का संरक्षण, जो देश की उल्लेखनीय जैविक विविधता और आनुवंशिक संसाधनों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- ग्रामीण और आदिवासी आबादी की ईंधन-लकड़ी, चारा, लघु वनोपज और छोटी लकड़ी की आवश्यकताओं को पूरा करना।
- आवश्यक राष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वनों की उत्पादकता में वृद्धि करना। और इस प्रकार आदिवासी रोजगार में वृद्धि।
- वन उपज के कुशल उपयोग को प्रोत्साहित करना और लकड़ी के प्रतिस्थापन को अधिकतम करना।
- नदियों, झीलों, जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में मृदा और जल संरक्षण के हित में, बाढ़ और सूखे को कम करने के लिए और जलाशयों की गाद की मंदता के लिए मृदा के कटाव और अनाच्छादन की जाँच करना। राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और तटीय इलाकों में बालू के टीलों के विस्तार की जाँच करना।
- बड़े पैमाने पर वनरोपण और सामाजिक वानिकी कार्यक्रमों के माध्यम से देश में वन/वृक्षों के आच्छादन में पर्याप्त वृद्धि, विशेष रूप से सभी असिंचित, अवक्रमित और अनुत्पादक भूमि पर।
- इन उद्देश्यों को प्राप्त करने और मौजूदा वनों पर दबाव को कम करने के लिए महिलाओं की भागीदारी के साथ बड़े पैमाने पर जन आंदोलन का निर्माण।
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Question 13 of 30
13. Question
‘विश्व जल परिषद‘ (World Water Council) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में एक अंतर-सरकारी संगठन है।
- परिषद जल सुरक्षा, अनुकूलन और स्थिरता के राजनीतिक आयामों पर ध्यान केंद्रित करती है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही विश्व जल परिषद एक गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय बहु-हितधारक मंच (non-profit international multi-stakeholder platform) है। इसकी स्थापना 1996 में हुई थी। परिषद जल सुरक्षा, अनुकूलन और स्थिरता के राजनीतिक आयामों पर ध्यान केंद्रित करती है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही विश्व जल परिषद एक गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय बहु-हितधारक मंच (non-profit international multi-stakeholder platform) है। इसकी स्थापना 1996 में हुई थी। परिषद जल सुरक्षा, अनुकूलन और स्थिरता के राजनीतिक आयामों पर ध्यान केंद्रित करती है। -
Question 14 of 30
14. Question
ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत निम्नलिखित में से कौन से पदार्थ/गैसों को नियंत्रित किया जाता है?
- क्लोरोफ्लोरोकार्बन (Chlorofluorocarbons – CFCs)
- मिथाइल ब्रोमाइड (Methyl Bromide)
- नाइट्रस ऑक्साइड (Nitrous Oxide)
- कार्बन टेट्राक्लोराइड (Carbon tetrachloride)
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत सही क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) को विनियमित किया जाता है। मिथाइल ब्रोमाइड को विनियमित किया जाता है। नाइट्रस ऑक्साइड विनियमित नहीं है। कार्बन टेट्राक्लोराइड विनियमित है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत सही क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) को विनियमित किया जाता है। मिथाइल ब्रोमाइड को विनियमित किया जाता है। नाइट्रस ऑक्साइड विनियमित नहीं है। कार्बन टेट्राक्लोराइड विनियमित है। -
Question 15 of 30
15. Question
भारत में ‘यूएनडीपी सी टर्टल प्रोजेक्ट‘ (UNDP Sea Turtle Project) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- इसका उद्देश्य केवल ओलिव रिडले कछुओं का संरक्षण करना है।
- इसे भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
- यह परियोजना भारत के सभी तटीय राज्यों में लागू की गई है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत गलत सही इस परियोजना के तहत समुद्री की निम्नलिखित प्रजातियों को शामिल किया जा रहा है – ग्रीन, हॉक्सबिल, लॉगरहेड, लेदरबैक और ओलिव रिडले। इसे भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। यह परियोजना भारत के 10 तटीय राज्यों विशेषकर ओडिशा के लिए है जहां इसने समुद्री कछुओं के प्रजनन स्थलों का मानचित्र तैयार करने में योगदान दिया है; समुद्र तट के साथ प्रजनन स्थानों और आवासों की पहचान, और समुद्री कछुओं द्वारा लिए गए प्रवासी मार्गों का पता लगाना। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत गलत सही इस परियोजना के तहत समुद्री की निम्नलिखित प्रजातियों को शामिल किया जा रहा है – ग्रीन, हॉक्सबिल, लॉगरहेड, लेदरबैक और ओलिव रिडले। इसे भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। यह परियोजना भारत के 10 तटीय राज्यों विशेषकर ओडिशा के लिए है जहां इसने समुद्री कछुओं के प्रजनन स्थलों का मानचित्र तैयार करने में योगदान दिया है; समुद्र तट के साथ प्रजनन स्थानों और आवासों की पहचान, और समुद्री कछुओं द्वारा लिए गए प्रवासी मार्गों का पता लगाना। -
Question 16 of 30
16. Question
वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF) निम्नलिखित में से किस पर्यावरण सम्मेलन के लिए एक ‘वित्तीय तंत्र‘ (financial mechanism) के रूप में कार्य करती है?
- संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD)
- जैव विविधता पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCBD)
- मर्करी पर मीनामाता सम्मेलन
- स्थायी कार्बनिक प्रदूषकों पर स्टॉकहोम कन्वेंशन (POPs)
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (d)
Explanation:
GEF पाँच सम्मेलनों के लिए ‘वित्तीय तंत्र’ के रूप में कार्य करता है, जो हैं-
- जैव विविधता पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (CBD)
- जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC)
- स्थायी कार्बनिक प्रदूषकों पर स्टॉकहोम कन्वेंशन (POPs)
- संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD)
- मर्करी/ पारा पर मीनामाता सम्मेलन।
जीईएफ (GEF), हालांकि औपचारिक रूप से मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल से जुड़ा नहीं है, लेकिन संक्रमण की अर्थव्यवस्था वाले देशों में प्रोटोकोल के कार्यान्वयन का समर्थन करते हैं।
Incorrect
Solution (d)
Explanation:
GEF पाँच सम्मेलनों के लिए ‘वित्तीय तंत्र’ के रूप में कार्य करता है, जो हैं-
- जैव विविधता पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (CBD)
- जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC)
- स्थायी कार्बनिक प्रदूषकों पर स्टॉकहोम कन्वेंशन (POPs)
- संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD)
- मर्करी/ पारा पर मीनामाता सम्मेलन।
जीईएफ (GEF), हालांकि औपचारिक रूप से मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल से जुड़ा नहीं है, लेकिन संक्रमण की अर्थव्यवस्था वाले देशों में प्रोटोकोल के कार्यान्वयन का समर्थन करते हैं।
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Question 17 of 30
17. Question
REDD+ (Reducing Emissions from Deforestation and Forest Degradation+) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के पक्षकारों द्वारा विकसित एक तंत्र है।
- विकासशील देशों को परिणाम-आधारित कार्यों के लिए परिणाम-आधारित भुगतान प्राप्त होंगे।
- भारत ने UNFCCC द्वारा REDD+ पर लिए गए निर्णयों के अनुपालन में अपनी राष्ट्रीय REDD+ रणनीति तैयार की है।
उपरोक्त कथनों में से कौन सा सही है?
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही यह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के पक्षकारों द्वारा विकसित एक तंत्र है। विकासशील देशों को परिणाम-आधारित कार्यों के लिए परिणाम-आधारित भुगतान प्राप्त होंगे। भारत ने UNFCCC द्वारा REDD+ पर लिए गए निर्णयों के अनुपालन में अपनी राष्ट्रीय REDD+ रणनीति तैयार की है। Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही यह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के पक्षकारों द्वारा विकसित एक तंत्र है। विकासशील देशों को परिणाम-आधारित कार्यों के लिए परिणाम-आधारित भुगतान प्राप्त होंगे। भारत ने UNFCCC द्वारा REDD+ पर लिए गए निर्णयों के अनुपालन में अपनी राष्ट्रीय REDD+ रणनीति तैयार की है। -
Question 18 of 30
18. Question
बॉन कन्वेंशन (Bonn Convention) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण में विशेषज्ञता वाला एकमात्र वैश्विक सम्मेलन है।
- यह यूएनईपी (UNEP) के तत्वावधान में एक पर्यावरण संधि है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही यह प्रवासी प्रजातियों, उनके आवास और प्रवास मार्गों (migration routes) के संरक्षण में विशेषज्ञता वाला एकमात्र वैश्विक सम्मेलन है। यह यूएनईपी (UNEP) के तत्वावधान में एक पर्यावरण संधि है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही यह प्रवासी प्रजातियों, उनके आवास और प्रवास मार्गों (migration routes) के संरक्षण में विशेषज्ञता वाला एकमात्र वैश्विक सम्मेलन है। यह यूएनईपी (UNEP) के तत्वावधान में एक पर्यावरण संधि है। -
Question 19 of 30
19. Question
वैश्विक पारिस्थितिकी-क्षेत्रों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही हैं?
- ग्लोबल पारिस्थितिकी-क्षेत्र पृथ्वी के सबसे जैविक रूप से उत्कृष्ट स्थलीय, मीठे जल और समुद्री आवासों की एक विज्ञान-आधारित वैश्विक रैंकिंग है।
- इसे दुनिया भर के क्षेत्रीय विशेषज्ञों के सहयोग से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (WWF) वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही वैश्विक पारिस्थितिकी-क्षेत्रों पृथ्वी के सबसे जैविक रूप से उत्कृष्ट स्थलीय, मीठे जल और समुद्री आवासों की एक विज्ञान-आधारित वैश्विक रैंकिंग है। इसे दुनिया भर के क्षेत्रीय विशेषज्ञों के सहयोग से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (WWF) वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही वैश्विक पारिस्थितिकी-क्षेत्रों पृथ्वी के सबसे जैविक रूप से उत्कृष्ट स्थलीय, मीठे जल और समुद्री आवासों की एक विज्ञान-आधारित वैश्विक रैंकिंग है। इसे दुनिया भर के क्षेत्रीय विशेषज्ञों के सहयोग से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (WWF) वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। -
Question 20 of 30
20. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के बाद वियना सम्मेलन लागू हुआ।
- संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों ने इसकी पुष्टि कर दी है।
- भारत ने MSMEs की सुरक्षा के लिए वियना कन्वेंशन की पुष्टि की है लेकिन मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की नहीं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही गलत मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल से पहले वियना सम्मेलन लागू हुआ। 1985 के वियना सम्मेलन में वियना कन्वेंशन पर सहमति हुई और 1988 (1989 में मॉन्ट्रियल) में लागू हुआ।
इसे संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों, साथ ही यूरोपीय संघ द्वारा अनुमोदित किया गया है। भारत 1991-92 में वियना कन्वेंशन और मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का पक्षकार बन गया। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही गलत मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल से पहले वियना सम्मेलन लागू हुआ। 1985 के वियना सम्मेलन में वियना कन्वेंशन पर सहमति हुई और 1988 (1989 में मॉन्ट्रियल) में लागू हुआ।
इसे संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों, साथ ही यूरोपीय संघ द्वारा अनुमोदित किया गया है। भारत 1991-92 में वियना कन्वेंशन और मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का पक्षकार बन गया। -
Question 21 of 30
21. Question
डबल एस्टेरॉयड रिडायरेक्शन टेस्ट (Double Asteroid Redirection Test) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें
- इसका उद्देश्य नियर-अर्थ आब्जेक्ट (NEOs) के विरुद्ध ग्रहों की रक्षा की एक विधि का परीक्षण करना है।
- इसे नासा ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के सहयोग से लॉन्च किया है।
सही कथन का चयन करें:
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) नासा का एक अंतरिक्ष मिशन है जिसका उद्देश्य नियर-अर्थ आब्जेक्ट (NEOs) के विरुद्ध ग्रहों की रक्षा की एक विधि का परीक्षण करना है। इसका उद्देश्य नई विकसित तकनीक का परीक्षण करना है, जो एक अंतरिक्षयान को क्षुद्रग्रह से टकराकर उसकी दिशा को बदलने की अनुमति देगा। अंतरिक्षयान के क्षुद्रग्रह से टकराने के बाद वैज्ञानिक पृथ्वी पर मौजूद दूरबीनों से क्षुद्रग्रह के प्रक्षेपवक्र पर इसके प्रभाव का अध्ययन करेंगे। डार्ट नासा और जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी (APL) के बीच एक संयुक्त परियोजना है। सही – डार्ट मिशन शुरू किया गया
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) नासा का एक अंतरिक्ष मिशन है जिसका उद्देश्य नियर-अर्थ आब्जेक्ट (NEOs) के विरुद्ध ग्रहों की रक्षा की एक विधि का परीक्षण करना है। इसका उद्देश्य नई विकसित तकनीक का परीक्षण करना है, जो एक अंतरिक्षयान को क्षुद्रग्रह से टकराकर उसकी दिशा को बदलने की अनुमति देगा। अंतरिक्षयान के क्षुद्रग्रह से टकराने के बाद वैज्ञानिक पृथ्वी पर मौजूद दूरबीनों से क्षुद्रग्रह के प्रक्षेपवक्र पर इसके प्रभाव का अध्ययन करेंगे। डार्ट नासा और जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी (APL) के बीच एक संयुक्त परियोजना है। सही – डार्ट मिशन शुरू किया गया
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Question 22 of 30
22. Question
समाचारों में देखा जाने वाला ‘नमदा‘ (Namda) शिल्प किससे संबंधित है?
Correct
Solution (c)
नमदा सामान्य बुनाई प्रक्रिया के बजाय फेल्टिंग तकनीक (felting technique) के माध्यम से भेड़ के ऊन से बना एक गलीचा है। जम्मू और कश्मीर में पारंपरिक ‘नमदा’ शिल्प को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की गई थी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कश्मीर के पारंपरिक नमदा शिल्प को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है और आरपीएल मूल्यांकन और प्रमाणन के माध्यम से अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के स्थानीय बुनकरों और कारीगरों का कौशल बढ़ाना है।
प्रसंग – ‘नमदा’ शिल्प को पुनर्जीवित करने के लिए एक परियोजना शुरू की गई थी।
Incorrect
Solution (c)
नमदा सामान्य बुनाई प्रक्रिया के बजाय फेल्टिंग तकनीक (felting technique) के माध्यम से भेड़ के ऊन से बना एक गलीचा है। जम्मू और कश्मीर में पारंपरिक ‘नमदा’ शिल्प को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की गई थी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कश्मीर के पारंपरिक नमदा शिल्प को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है और आरपीएल मूल्यांकन और प्रमाणन के माध्यम से अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के स्थानीय बुनकरों और कारीगरों का कौशल बढ़ाना है।
प्रसंग – ‘नमदा’ शिल्प को पुनर्जीवित करने के लिए एक परियोजना शुरू की गई थी।
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Question 23 of 30
23. Question
‘कोयला गैसीकरण‘ (Coal Gasification) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- कोयला गैसीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोयले को वायु, ऑक्सीजन, भाप या कार्बन डाइऑक्साइड के साथ आंशिक रूप से ऑक्सीकृत किया जाता है
- कोयला गैसीकरण कोई उपोत्पाद नहीं छोड़ता है और पर्यावरण के अनुकूल है
- सिनगैस प्रौद्योगिकी गैर-खनन योग्य कोयले/लिग्नाइट को दहनशील गैसों में बदलने की अनुमति देती है
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं? नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर उचित उत्तर का चयन कीजिए।
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही कोयले का गैसीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोयले को आंशिक रूप से वायु, ऑक्सीजन, भाप या कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा नियंत्रित परिस्थितियों में ईंधन गैस का उत्पादन करने के लिए ऑक्सीकृत किया जाता है। उपोत्पाद/बाय-प्रोडक्ट्स कोल गैसीफिकेशन स्लैग और फ्लाई ऐश गैसीफायर रिएक्शन वेसल में बनते हैं और बॉटम ऐश और फ्लाई ऐश से चूर्णित कोयले से चलने वाले बॉयलरों से स्पष्ट रूप से भिन्न होते हैं। इस प्रक्रिया से बहुत अधिक ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं। सिनगैस प्रौद्योगिकी सामग्री के स्वस्थानी गैसीकरण के माध्यम से गैर-खनन योग्य कोयले/लिग्नाइट को दहनशील गैसों में बदलने की अनुमति देती है। प्रसंग – ‘राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन‘ का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है
Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही कोयले का गैसीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोयले को आंशिक रूप से वायु, ऑक्सीजन, भाप या कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा नियंत्रित परिस्थितियों में ईंधन गैस का उत्पादन करने के लिए ऑक्सीकृत किया जाता है। उपोत्पाद/बाय-प्रोडक्ट्स कोल गैसीफिकेशन स्लैग और फ्लाई ऐश गैसीफायर रिएक्शन वेसल में बनते हैं और बॉटम ऐश और फ्लाई ऐश से चूर्णित कोयले से चलने वाले बॉयलरों से स्पष्ट रूप से भिन्न होते हैं। इस प्रक्रिया से बहुत अधिक ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं। सिनगैस प्रौद्योगिकी सामग्री के स्वस्थानी गैसीकरण के माध्यम से गैर-खनन योग्य कोयले/लिग्नाइट को दहनशील गैसों में बदलने की अनुमति देती है। प्रसंग – ‘राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन‘ का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है
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Question 24 of 30
24. Question
‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स‘ (Global Hunger Index) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह एक सहभागी-समीक्षा वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे संयुक्त रूप से खाद्य और कृषि संगठन और वेल्थुंगरहिल्फ द्वारा प्रकाशित किया गया है
- जीएचआई भूखमरी को 100-बिंदु पैमाने पर निर्धारित करता है, जहां 0 सबसे खराब संभव स्कोर है और 100 सबसे अच्छा है।
- यूरोप और मध्य एशिया का किसी भी क्षेत्र में सबसे कम 2021 जीएचआई स्कोर है। जबकि, अफ्रीका में सहारा का दक्षिण और दक्षिण एशिया शीर्ष दो स्थानों पर काबिज हैं
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत गलत सही GHI एक सहभागी-समीक्षा वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्थुंगरहिल्फ़ द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित किया गया है, जिसे वैश्विक, क्षेत्रीय और देश स्तरों पर व्यापक रूप से भूखमरी को मापने और ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। चार संकेतकों के मूल्यों के आधार पर, जीएचआई 100-बिंदु पैमाने पर भूखमरी का निर्धारण करता है, जहां 0 सबसे अच्छा संभव स्कोर है (भूख नहीं) और 100 सबसे खराब है। यूरोप और मध्य एशिया का किसी भी क्षेत्र में सबसे कम 2021 जीएचआई स्कोर है। जबकि, अफ्रीका में सहारा का दक्षिण और दक्षिण एशिया शीर्ष दो स्थानों पर काबिज हैं प्रसंग – सूचकांक समाचारों में था
Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत गलत सही GHI एक सहभागी-समीक्षा वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्थुंगरहिल्फ़ द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित किया गया है, जिसे वैश्विक, क्षेत्रीय और देश स्तरों पर व्यापक रूप से भूखमरी को मापने और ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। चार संकेतकों के मूल्यों के आधार पर, जीएचआई 100-बिंदु पैमाने पर भूखमरी का निर्धारण करता है, जहां 0 सबसे अच्छा संभव स्कोर है (भूख नहीं) और 100 सबसे खराब है। यूरोप और मध्य एशिया का किसी भी क्षेत्र में सबसे कम 2021 जीएचआई स्कोर है। जबकि, अफ्रीका में सहारा का दक्षिण और दक्षिण एशिया शीर्ष दो स्थानों पर काबिज हैं प्रसंग – सूचकांक समाचारों में था
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Question 25 of 30
25. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- पद्म पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर साल राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है
- जाति, पेशे, पद या लिंग के भेद के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं
सही कथन चुनें:
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही पद्म पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर साल प्रधान मंत्री द्वारा किया जाता है। नामांकन प्रक्रिया जनता के लिए खुली है। जाति, पेशे, पद या लिंग के भेद के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। हालांकि, डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ काम करने वाले सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं। प्रसंग – राष्ट्रपति द्वारा पद्म पुरस्कार प्रदान किए गए
Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही पद्म पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर साल प्रधान मंत्री द्वारा किया जाता है। नामांकन प्रक्रिया जनता के लिए खुली है। जाति, पेशे, पद या लिंग के भेद के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। हालांकि, डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ काम करने वाले सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं। प्रसंग – राष्ट्रपति द्वारा पद्म पुरस्कार प्रदान किए गए
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Question 26 of 30
26. Question
त्रिज्या 2 मीटर और ऊंचाई 14 मीटर का एक बेलनाकार ऊपरी टैंक 5.5 मीटर * 6 मीटर * 8 मीटर आकार के भूमिगत टैंक से भरा जाना है। ऊपरी टैंक को पूरी तरह से भरने के बाद भी भूमिगत टैंक का कितना हिस्सा पानी से भरा है?
Correct
Solution(b)
बेलनाकार ऊपरी टैंक का आयतन = πr2h = 22/7 * 22 * 14 = 176 मीटर3
भूमिगत टैंक का आयतन = (5.5 * 6 * 8) मीटर3 = 264 मीटर3
ऊपरी टैंक को पूरी तरह से भरने के बाद भी भूमिगत टैंक का हिस्सा पानी से भरा हुआ है
= भूमिगत टैंक का आयतन – ऊपरी टैंक का आयतन/भूमिगत टैंक का आयतन
= 264-176/264 = 88/264 = 1/3
Incorrect
Solution(b)
बेलनाकार ऊपरी टैंक का आयतन = πr2h = 22/7 * 22 * 14 = 176 मीटर3
भूमिगत टैंक का आयतन = (5.5 * 6 * 8) मीटर3 = 264 मीटर3
ऊपरी टैंक को पूरी तरह से भरने के बाद भी भूमिगत टैंक का हिस्सा पानी से भरा हुआ है
= भूमिगत टैंक का आयतन – ऊपरी टैंक का आयतन/भूमिगत टैंक का आयतन
= 264-176/264 = 88/264 = 1/3
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Question 27 of 30
27. Question
4800 की आबादी वाले एक गांव को प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 150 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इसमें टैंक का माप 20मीटर * 15मीटर * 6मीटर है। टंकी का पानी कितने दिन चलेगा?
Correct
Solution(a)
टैंक की मात्रा = 20 * 15 * 6 मीटर3 = 20 * 15 * 6 * 1000 लीटर
इसलिए, पानी चलेगा = 20 * 15 * 6 * 1000/ ( 4800 * 150)
= 2.5 दिन
Incorrect
Solution(a)
टैंक की मात्रा = 20 * 15 * 6 मीटर3 = 20 * 15 * 6 * 1000 लीटर
इसलिए, पानी चलेगा = 20 * 15 * 6 * 1000/ ( 4800 * 150)
= 2.5 दिन
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Question 28 of 30
28. Question
10 सेमी के विकर्ण के आयत में फिट होने के लिए बारह बराबर वर्ग रखे गए हैं। तीन पंक्तियाँ हैं जिनमें प्रत्येक में चार वर्ग हैं। आसन्न वर्गों के बीच कोई अंतराल नहीं छोड़ा गया है। प्रत्येक वर्ग का क्षेत्रफल क्या है?
Correct
Solution(d)
आयत का विकर्ण = 10 सेमी
√(l2 + b2) = 10 = √( 62 + 82 ) = 10
तब l और b का मान 6 और 8 है
आयत का क्षेत्रफल = 6 * 8 = 48 सेमी2
वर्ग का क्षेत्रफल a2
12 * a2 = 48
इसलिए a2 = 4 वर्ग सेमी
Incorrect
Solution(d)
आयत का विकर्ण = 10 सेमी
√(l2 + b2) = 10 = √( 62 + 82 ) = 10
तब l और b का मान 6 और 8 है
आयत का क्षेत्रफल = 6 * 8 = 48 सेमी2
वर्ग का क्षेत्रफल a2
12 * a2 = 48
इसलिए a2 = 4 वर्ग सेमी
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Question 29 of 30
29. Question
एक माली ने अपने आयताकार बगीचे की लंबाई में 25% की वृद्धि और इसकी चौड़ाई में 20% की कमी करके उसके क्षेत्रफल को बदल दिया। नए बगीचे का क्षेत्रफल क्या होगा?
Correct
Solution(d)
मान लीजिए प्रारंभिक आयाम ‘l’ और ‘b’ हैं।
अंतिम लंबाई 1.25l है
अंतिम चौड़ाई 0.8b है
अत: अंतिम क्षेत्रफल = 1.25 * 0.8
= 1 lb
इसलिए, क्षेत्रफल बिल्कुल पुराने क्षेत्र के समान है।
Incorrect
Solution(d)
मान लीजिए प्रारंभिक आयाम ‘l’ और ‘b’ हैं।
अंतिम लंबाई 1.25l है
अंतिम चौड़ाई 0.8b है
अत: अंतिम क्षेत्रफल = 1.25 * 0.8
= 1 lb
इसलिए, क्षेत्रफल बिल्कुल पुराने क्षेत्र के समान है।
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Question 30 of 30
30. Question
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्न के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नों के लिए आपका उत्तर केवल परिच्छेदों पर आधारित होना चाहिए
जब कोई भाषा विशेष रूप से टेलीग्राफिक लगती है (अर्थात, एक वाक्य को एक साथ रखने के लिए वास्तव में कम कहने की आवश्यकता होती है), तो आमतौर पर ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पर्याप्त वयस्कों ने इसे अपने इतिहास में एक निश्चित चरण में सीखा है, बचपन के बाद एक नई भाषा सीखने की कठिनाई को देखते हुए , यह अपने आप में एक प्रकार का स्ट्रिप्ड-डाउन स्कूलरूम संस्करण बन गया। क्योंकि सभी भाषाएँ, कुछ हद तक, आवश्यकता से अधिक संलग्न हैं, यह सुव्यवस्थितता भाषा को पूरी तरह से जटिल और सूक्ष्म छोड़ देती है, बस कलाकृतियों पर हल्की होती है, जिसके तहत इतनी सारी भाषाएँ आती हैं। उदाहरण के लिए, इंडोनेशियाई, दुनिया की सबसे किफायती भाषाओं में से एक, अपने चार वक्ताओं में से केवल एक के लिए पहली भाषा है; इस भाषा का इस्तेमाल कई सदियों से एक विशाल क्षेत्र में एक भाषा के रूप में किया जाता रहा है, जिसे कई सौ भाषाओं के बोलने वालों पर अधिरोपित किया गया है। इसका मतलब यह है कि जबकि अन्य भाषाएं अतिवर्धित लॉन की तरह हो सकती हैं, इंडोनेशियाई का व्याकरण नियमित रूप से प्रचलित है, जैसे कि विशेष रूप से बोलचाल के रूप अधिक स्पष्ट होते हैं।
Q.30) निम्नलिखित में से कौन-सा एक परिच्छेद का सबसे अच्छा सार प्रस्तुत करता है?
Correct
Solution (b)
विकल्प a – जब एक भाषा का प्रयोग कई शताब्दियों तक एक विशाल क्षेत्र में भाषा के रूप में किया जाता रहा है, तो वह विशेष रूप से टेलीग्राफिक बन जाती है। यह पैराग्राफ का विचार नहीं है। पैराग्राफ हमें बताता है कि जब एक भाषा को लंबे समय तक गैर-देशी वक्ताओं पर मजबूर किया जाता है, जो प्रभावशाली हैं, तो यह टेलीग्राफिक बन जाती है। इसे केवल इसलिए टेलीग्राफिक नहीं मिलता है क्योंकि यह एक विशाल क्षेत्र की सामान्य भाषा है।
विकल्प b – नए लोगों पर लंबे समय तक अधिरोपित किये जाने पर भाषाएं कम “व्यस्त” और अधिक बारीक हो जाती हैं, जो इसे प्रभावशाली के रूप में सीखते हैं।
यह दिए गए पैराग्राफ का सार है।
विकल्प c – जब अधिक वयस्क जो गैर-देशी वक्ता हैं, समय के साथ, एक भाषा सीखने के लिए मजबूर होते हैं, तो इसके बोलचाल के रूप गूढ़ हो जाते हैं।
यह विकल्प पैराग्राफ जो बताता है उसके ठीक विपरीत बताता है। भाषा अधिक गूढ़, यानी अस्पष्ट और समझने में कठिन नहीं होती है, लेकिन अधिक टेलीग्राफिक होती है जब अधिक वयस्क जो गैर-देशी वक्ता होते हैं, उन्हें समय के साथ इसे सीखने के लिए मजबूर किया जाता है।
विकल्प d – विशाल क्षेत्रों में सदियों से बोली जाने वाली भाषाओं में, समय और पुनरावृत्ति शब्दों को खत्म कर देता है, और जो विलोपित हो जाता है वह अक्सर अर्थ का एक हिस्सा होता है।
यह विकल्प ‘समय’ और ‘पुनरावृत्ति’ को उन कारकों के रूप में इंगित करता है जो किसी भाषा में शब्दों को खराब करते हैं। दूसरी ओर, गैर-देशी वक्ताओं को समय के साथ इसका उपयोग करने के लिए मजबूर किए जाने के कारण भाषा व्याकरण की बात सरल हो जाती है। इसलिए यह पैराग्राफ को सारांशित करने का सही विकल्प नहीं है।
Incorrect
Solution (b)
विकल्प a – जब एक भाषा का प्रयोग कई शताब्दियों तक एक विशाल क्षेत्र में भाषा के रूप में किया जाता रहा है, तो वह विशेष रूप से टेलीग्राफिक बन जाती है। यह पैराग्राफ का विचार नहीं है। पैराग्राफ हमें बताता है कि जब एक भाषा को लंबे समय तक गैर-देशी वक्ताओं पर मजबूर किया जाता है, जो प्रभावशाली हैं, तो यह टेलीग्राफिक बन जाती है। इसे केवल इसलिए टेलीग्राफिक नहीं मिलता है क्योंकि यह एक विशाल क्षेत्र की सामान्य भाषा है।
विकल्प b – नए लोगों पर लंबे समय तक अधिरोपित किये जाने पर भाषाएं कम “व्यस्त” और अधिक बारीक हो जाती हैं, जो इसे प्रभावशाली के रूप में सीखते हैं।
यह दिए गए पैराग्राफ का सार है।
विकल्प c – जब अधिक वयस्क जो गैर-देशी वक्ता हैं, समय के साथ, एक भाषा सीखने के लिए मजबूर होते हैं, तो इसके बोलचाल के रूप गूढ़ हो जाते हैं।
यह विकल्प पैराग्राफ जो बताता है उसके ठीक विपरीत बताता है। भाषा अधिक गूढ़, यानी अस्पष्ट और समझने में कठिन नहीं होती है, लेकिन अधिक टेलीग्राफिक होती है जब अधिक वयस्क जो गैर-देशी वक्ता होते हैं, उन्हें समय के साथ इसे सीखने के लिए मजबूर किया जाता है।
विकल्प d – विशाल क्षेत्रों में सदियों से बोली जाने वाली भाषाओं में, समय और पुनरावृत्ति शब्दों को खत्म कर देता है, और जो विलोपित हो जाता है वह अक्सर अर्थ का एक हिस्सा होता है।
यह विकल्प ‘समय’ और ‘पुनरावृत्ति’ को उन कारकों के रूप में इंगित करता है जो किसी भाषा में शब्दों को खराब करते हैं। दूसरी ओर, गैर-देशी वक्ताओं को समय के साथ इसका उपयोग करने के लिए मजबूर किए जाने के कारण भाषा व्याकरण की बात सरल हो जाती है। इसलिए यह पैराग्राफ को सारांशित करने का सही विकल्प नहीं है।
All the Best
IASbaba