Hindi Initiatives, IASbaba Prelims 60 Days Plan, Rapid Revision Series (RaRe)
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60 दिनों की रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज IASbaba की एक महत्त्वपूर्ण पहल है जो टॉपर्स द्वारा अनुशंसित है और हर साल अभ्यर्थियों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद की जाती है।
यह सबसे व्यापक कार्यक्रम है जो आपको दैनिक आधार पर पाठ्यक्रम को पूरा करने, रिवीजन करने और टेस्ट का अभ्यास करने में मदद करेगा। दैनिक आधार पर कार्यक्रम में शामिल हैं
- उच्च संभावित टॉपिक्स पर दैनिक रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज वीडियो (सोमवार – शनिवार)
- वीडियो चर्चा में, उन टॉपिक्स पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिनकी UPSC प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र में आने की उच्च संभावना होती है।
- प्रत्येक सत्र 20 मिनट से 30 मिनट का होगा, जिसमें कार्यक्रम के अनुसार इस वर्ष प्रीलिम्स परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण 15 उच्च संभावित टॉपिक्स (स्टैटिक और समसामयिक दोनों) का तेजी से रिवीजन शामिल होगा।
Note – वीडियो केवल अंग्रेज़ी में उपलब्ध होंगे
- रैपिड रिवीजन नोट्स
- परीक्षा को पास करने में सही सामग्री महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और रैपिड रिवीजन (RaRe) नोट्स में प्रीलिम्स विशिष्ट विषय-वार परिष्कृत नोट्स होंगे।
- मुख्य उद्देश्य छात्रों को सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को रिवाइज़ करने में मदद करना है और वह भी बहुत कम सीमित समय सीमा के भीतर करना है
Note – दैनिक टेस्ट और विस्तृत व्याख्या की पीडीएफ और ‘दैनिक नोट्स’ को पीडीएफ प्रारूप में अपडेट किया जाएगा जो अंग्रेजी और हिन्दी दोनों में डाउनलोड करने योग्य होंगे।
- दैनिक प्रीलिम्स MCQs स्टेटिक (सोमवार – शनिवार)
- दैनिक स्टेटिक क्विज़ में स्टेटिक विषयों के सभी टॉपिक्स शामिल होंगे – राजनीति, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, पर्यावरण तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।
- 20 प्रश्न प्रतिदिन पोस्ट किए जाएंगे और इन प्रश्नों को शेड्यूल में उल्लिखित टॉपिक्स और RaRe वीडियो से तैयार किया गया है।
- यह आपके स्टैटिक टॉपिक्स का समय पर और सुव्यवस्थित रिवीजन सुनिश्चित करेगा।
- दैनिक करेंट अफेयर्स MCQs (सोमवार – शनिवार)
- दैनिक 5 करेंट अफेयर्स प्रश्न, ‘द हिंदू’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘पीआईबी’ जैसे स्रोतों पर आधारित, शेड्यूल के अनुसार सोमवार से शनिवार तक प्रकाशित किए जाएंगे।
- दैनिक CSAT Quiz (सोमवार –शनिवार)
- सीसैट कई अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का कारण रहा है।
- दैनिक रूप से 5 सीसैट प्रश्न प्रकाशित किए जाएंगे।
Note – 20 स्टैटिक प्रश्नों, 5 करेंट अफेयर्स प्रश्नों और 5 CSAT प्रश्नों का दैनिक रूप से टेस्ट। (30 प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न) प्रश्नोत्तरी प्रारूप में अंग्रेजी और हिंदी दोनों में दैनिक आधार पर अपडेट किया जाएगा।
60 DAY रैपिड रिवीजन (RaRe) सीरीज के बारे में अधिक जानने के लिए – CLICK HERE
Download 60 Day Rapid Revision (RaRe) Series Schedule – CLICK HERE
Download 60 Day Rapid Revision (RaRe) Series Notes & Solutions DAY 42– CLICK HERE
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Information
The following Test is based on the syllabus of 60 Days Plan-2022 for UPSC IAS Prelims 2022.
To view Solutions, follow these instructions:
- Click on – ‘Start Test’ button
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- Click on ‘Test Summary’ button
- Click on ‘Finish Test’ button
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Question 1 of 30
1. Question
निम्नलिखित में से कौन-सा/से मानव स्वास्थ्य पर ध्वनि प्रदूषण के नकारात्मक परिणाम हैं?
- उच्च रक्तचाप
- श्रवण अक्षमता
- निद्रा विकार
- चिंता
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही उच्च रक्तचाप (high blood pressure) श्रवण अक्षमता – एक व्यक्ति जो लगातार तेज आवाज के संपर्क में रहता है, उसे अस्थायी या स्थायी रूप से सुनने की हानि हो सकती है। निद्रा विकार चिंता Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही उच्च रक्तचाप (high blood pressure) श्रवण अक्षमता – एक व्यक्ति जो लगातार तेज आवाज के संपर्क में रहता है, उसे अस्थायी या स्थायी रूप से सुनने की हानि हो सकती है। निद्रा विकार चिंता -
Question 2 of 30
2. Question
क्षेत्रों/राज्यों और संबंधित हॉटस्पॉट के संबंध में निम्नलिखित युग्मों पर विचार करें:
क्षेत्र/राज्य हॉटस्पॉट
- असम हिमालय
- मिजोरम भारत-बर्मा
- अंडमान द्वीप समूह सुंडालैंड
- निकोबार द्वीप समूह पश्चिमी घाट और श्रीलंका
उपरोक्त में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित हैं?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत गलत असम – हिमालय मिजोरम- भारत-बर्मा अंडमान द्वीप समूह – इंडो-बर्मा निकोबार द्वीप समूह – सुंडालैंड Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही गलत गलत असम – हिमालय मिजोरम- भारत-बर्मा अंडमान द्वीप समूह – इंडो-बर्मा निकोबार द्वीप समूह – सुंडालैंड -
Question 3 of 30
3. Question
बायोपाइरेसी के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह बाहरी लोगों और कंपनियों द्वारा जैव विविधता के पारंपरिक ज्ञान के विनियोग को संदर्भित करता है।
- इसमें लाभ के लिए जैविक संसाधनों का धोखाधड़ी से पेटेंट कराना शामिल है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही बायोपाइरेसी का तात्पर्य बाहरी लोगों और कंपनियों द्वारा जैव विविधता के पारंपरिक ज्ञान के विनियोग से है। बायोपाइरेसी में लाभ के लिए जैविक संसाधनों का धोखाधड़ी से पेटेंट भी शामिल है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही सही बायोपाइरेसी का तात्पर्य बाहरी लोगों और कंपनियों द्वारा जैव विविधता के पारंपरिक ज्ञान के विनियोग से है। बायोपाइरेसी में लाभ के लिए जैविक संसाधनों का धोखाधड़ी से पेटेंट भी शामिल है। -
Question 4 of 30
4. Question
जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- अधिनियम का उद्देश्य भारत में जल प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण करना है।
- यह किसी दिए गए मानक से परे प्रदूषकों के जल निकायों में निर्वहन को प्रतिबंधित करता है।
- अधिनियम उद्योगों द्वारा उपभोग किए जाने वाले जल पर उपकर लगाने और संग्रह करने का प्रावधान करता है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत अधिनियम का उद्देश्य भारत में जल प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण करना है। अधिनियम एक निश्चित मानक से परे प्रदूषकों के जल निकायों में निर्वहन को प्रतिबंधित करता है, और गैर-अनुपालन के लिए दंड निर्धारित करता है। जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) उपकर अधिनियम, 1977 उद्योगों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा उपभोग किए जाने वाले जल पर उपकर लगाने और संग्रह करने का प्रावधान करता है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत अधिनियम का उद्देश्य भारत में जल प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण करना है। अधिनियम एक निश्चित मानक से परे प्रदूषकों के जल निकायों में निर्वहन को प्रतिबंधित करता है, और गैर-अनुपालन के लिए दंड निर्धारित करता है। जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) उपकर अधिनियम, 1977 उद्योगों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा उपभोग किए जाने वाले जल पर उपकर लगाने और संग्रह करने का प्रावधान करता है। -
Question 5 of 30
5. Question
ग्राउंड लेवल ओजोन या ‘बैड ओजोन‘ के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही हैं?
- यह एक प्राथमिक प्रदूषक है जो सीधे वायु में उत्सर्जित होता है।
- यह पृथ्वी की सतह के ठीक ऊपर बनता है।
- यह नाइट्रोजन ऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs) की प्रतिक्रिया से बनता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही सही जमीनी स्तर के ओजोन को ‘द्वितीयक’ प्रदूषक कहा जाता है क्योंकि यह तब उत्पन्न होता है जब दो प्राथमिक प्रदूषक सूर्य के प्रकाश और स्थिर वायु में प्रतिक्रिया करते हैं। यह पृथ्वी की सतह के ठीक ऊपर बनता है। यह नाइट्रोजन ऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs) की प्रतिक्रिया से बनता है। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 गलत सही सही जमीनी स्तर के ओजोन को ‘द्वितीयक’ प्रदूषक कहा जाता है क्योंकि यह तब उत्पन्न होता है जब दो प्राथमिक प्रदूषक सूर्य के प्रकाश और स्थिर वायु में प्रतिक्रिया करते हैं। यह पृथ्वी की सतह के ठीक ऊपर बनता है। यह नाइट्रोजन ऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs) की प्रतिक्रिया से बनता है। -
Question 6 of 30
6. Question
निम्नलिखित में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित हैं?
प्रदूषण मुख्य स्रोत
- क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) प्रशीतन और एयर कंडीशनर
- सल्फर डाइआक्साइड ताप विद्युत उद्योग में चूर्णित कोयला जलाना
- लेड गैसोलीन और विमानन ईंधन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही विकल्प का चयन करें:
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) – प्रशीतन और एयर कंडीशनर सल्फर डाइआक्साइड – ताप विद्युत उद्योग में चूर्णित कोयला जलाना सीसा – गैसोलीन और विमानन ईंधन Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) – प्रशीतन और एयर कंडीशनर सल्फर डाइआक्साइड – ताप विद्युत उद्योग में चूर्णित कोयला जलाना सीसा – गैसोलीन और विमानन ईंधन -
Question 7 of 30
7. Question
ग्रीनहाउस गैसों (GHG) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- जल वाष्प क्योटो प्रोटोकॉल द्वारा कवर किए गए छह जीएचजी (GHG) में से नहीं है।
- मीथेन में कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में कम ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) है।
- सभी गैसों में फ्लोरिनेटेड गैसों का ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) सबसे कम होता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही विकल्प का चयन करें:
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत गलत जल वाष्प क्योटो प्रोटोकॉल द्वारा कवर किए गए छह जीएचजी में से नहीं है। मीथेन में कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में अधिक ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) है। सभी गैसों में फ्लोरिनेटेड गैसों का ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) बहुत अधिक होता है। Notes:
क्योटो प्रोटोकॉल में 6 GHG का उत्सर्जन शामिल है:
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- मीथेन (CH4)
- नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
- हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFCs)
- परफ्लूरोकार्बन (PFCs)
- सल्फर हेक्साफ्लोराइड (SF6)
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत गलत जल वाष्प क्योटो प्रोटोकॉल द्वारा कवर किए गए छह जीएचजी में से नहीं है। मीथेन में कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में अधिक ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) है। सभी गैसों में फ्लोरिनेटेड गैसों का ग्लोबल वार्मिंग क्षमता (GWP) बहुत अधिक होता है। Notes:
क्योटो प्रोटोकॉल में 6 GHG का उत्सर्जन शामिल है:
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- मीथेन (CH4)
- नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
- हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFCs)
- परफ्लूरोकार्बन (PFCs)
- सल्फर हेक्साफ्लोराइड (SF6)
-
Question 8 of 30
8. Question
तापीय प्रदूषण (Thermal Pollution) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- ऊंचा तापमान आमतौर पर जल में घुलित ऑक्सीजन (DO) के स्तर को कम कर देता है।
- यह जलीय जंतुओं की चयापचय दर को कम कर देता है जिसके परिणामस्वरूप कम भोजन का सेवन किया जाता है।
- तापमान में अधिक वृद्धि से जीवन-रक्षक एंजाइमों का विकृतीकरण हो सकता है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन गलत हैं?
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ऊंचा तापमान आमतौर पर जल में घुलित ऑक्सीजन (DO) के स्तर को कम कर देता है। जल के ऊंचे तापमान से जलीय जंतुओं की चयापचय दर भी बढ़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप उनके पर्यावरण में बदलाव न होने की तुलना में कम समय में अधिक भोजन का उपभोग होता है। बढ़ी हुई चयापचय दर के परिणामस्वरूप खाद्य स्रोत की कमी हो सकती है, जिससे जनसंख्या में तेज कमी आ सकती है। तापमान में अधिक वृद्धि से जीवन-रक्षक एंजाइमों का विकृतीकरण हो सकता है। Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ऊंचा तापमान आमतौर पर जल में घुलित ऑक्सीजन (DO) के स्तर को कम कर देता है। जल के ऊंचे तापमान से जलीय जंतुओं की चयापचय दर भी बढ़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप उनके पर्यावरण में बदलाव न होने की तुलना में कम समय में अधिक भोजन का उपभोग होता है। बढ़ी हुई चयापचय दर के परिणामस्वरूप खाद्य स्रोत की कमी हो सकती है, जिससे जनसंख्या में तेज कमी आ सकती है। तापमान में अधिक वृद्धि से जीवन-रक्षक एंजाइमों का विकृतीकरण हो सकता है। -
Question 9 of 30
9. Question
सामाजिक वानिकी (Social Forestry) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही हैं?
- सामाजिक वानिकी के पांच विभिन्न प्रकारों में से सिल्विकल्चर उनमें से एक है।
- विस्तार वानिकी एक प्रकार का वानिकी है जो वनों की सीमाओं को बढ़ाने में मदद करता है।
- कृषि वानिकी कृषि के संदर्भ में एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए पेड़ों का प्रबंधन है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही सामाजिक वानिकी के 5 विभिन्न प्रकार हैं, जो नीचे सूचीबद्ध हैं: 1. वैज्ञानिक वानिकी या सिल्वीकल्चर
2. फार्म वानिकी
3. सामुदायिक वानिकी
4. कृषि वानिकी
5. विस्तार वानिकी
विस्तार वानिकी एक प्रकार का वानिकी है जो वनों की सीमाओं को बढ़ाने में मदद करता है। सरकारी बंजर भूमि, पंचायत भूमि, गांव की सामान्य भूमि पर वृक्षारोपण। कृषि वानिकी कृषि के संदर्भ में एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए पेड़ों का प्रबंधन है। Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही सामाजिक वानिकी के 5 विभिन्न प्रकार हैं, जो नीचे सूचीबद्ध हैं: 1. वैज्ञानिक वानिकी या सिल्वीकल्चर
2. फार्म वानिकी
3. सामुदायिक वानिकी
4. कृषि वानिकी
5. विस्तार वानिकी
विस्तार वानिकी एक प्रकार का वानिकी है जो वनों की सीमाओं को बढ़ाने में मदद करता है। सरकारी बंजर भूमि, पंचायत भूमि, गांव की सामान्य भूमि पर वृक्षारोपण। कृषि वानिकी कृषि के संदर्भ में एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए पेड़ों का प्रबंधन है। -
Question 10 of 30
10. Question
जैव विविधता संरक्षण और ग्रामीण आजीविका सुधार परियोजना (BCRLIP) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- इसका उद्देश्य वन्यजीव संरक्षित क्षेत्रों सहित चयनित परिदृश्यों में जैव विविधता का संरक्षण करना है।
- परियोजना का क्रियान्वयन संबंधित राज्य सरकार के वन/वन्यजीव विभाग द्वारा किया जाता है।
- ग्रामीण विकास मंत्रालय देश स्तर पर परियोजना की देखरेख और समन्वय करेगा।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही हैं?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत बीसीआरएलआईपी (BCRLIP) का उद्देश्य वन्यजीव संरक्षित क्षेत्रों सहित चयनित परिदृश्यों में जैव विविधता का संरक्षण करना है। परियोजना का क्रियान्वयन संबंधित राज्य सरकार के वन/वन्यजीव विभाग द्वारा किया जाता है। पर्यावरण और वन मंत्रालय में संरक्षण और सर्वेक्षण प्रभाग देश स्तर पर परियोजना की देखरेख और समन्वय करेगा। Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत बीसीआरएलआईपी (BCRLIP) का उद्देश्य वन्यजीव संरक्षित क्षेत्रों सहित चयनित परिदृश्यों में जैव विविधता का संरक्षण करना है। परियोजना का क्रियान्वयन संबंधित राज्य सरकार के वन/वन्यजीव विभाग द्वारा किया जाता है। पर्यावरण और वन मंत्रालय में संरक्षण और सर्वेक्षण प्रभाग देश स्तर पर परियोजना की देखरेख और समन्वय करेगा। -
Question 11 of 30
11. Question
भारत में ई-अपशिष्ट के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
- ई-अपशिष्ट से जुड़े जहरीले तत्व आमतौर पर हैं – कैडमियम, मरकरी, लेड, निकल, क्रोमियम, कॉपर, लिथियम, सिल्वर और मैंगनीज।
- भारत दुनिया में शीर्ष ई-अपशिष्ट जनरेटर था, जो 2 एमएमटी (MMT) का उत्पादन करता था।
- महाराष्ट्र भारत में ई-अपशिष्ट का सबसे बड़ा उत्पादक है, इसके बाद तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ई-अपशिष्ट से जुड़े जहरीले तत्व आमतौर पर हैं – कैडमियम, मरकरी, लेड, निकल, क्रोमियम, कॉपर, लिथियम, सिल्वर और मैंगनीज। 7.2 एमएमटी का उत्पादन करते हुए चीन दुनिया का शीर्ष ई-अपशिष्ट जनरेटर था। महाराष्ट्र भारत में ई-अपशिष्ट का सबसे बड़ा उत्पादक है, इसके बाद तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश हैं। Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही ई-अपशिष्ट से जुड़े जहरीले तत्व आमतौर पर हैं – कैडमियम, मरकरी, लेड, निकल, क्रोमियम, कॉपर, लिथियम, सिल्वर और मैंगनीज। 7.2 एमएमटी का उत्पादन करते हुए चीन दुनिया का शीर्ष ई-अपशिष्ट जनरेटर था। महाराष्ट्र भारत में ई-अपशिष्ट का सबसे बड़ा उत्पादक है, इसके बाद तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश हैं। -
Question 12 of 30
12. Question
निम्नलिखित में से कौन जैव विविधता विरासत स्थलों (Biodiversity Heritage Sites) के घटक हैं?
- वन्य और साथ ही पालतू प्रजातियों या अंतर-विशिष्ट श्रेणियों की समृद्धि
- उच्च स्थानिकता
- दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों की उपस्थिति
- विकासवादी महत्व की प्रजातियां
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही वन्य और साथ ही पालतू प्रजातियों या अंतर-विशिष्ट श्रेणियों की समृद्धि उच्च स्थानिकता दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों की उपस्थिति विकासवादी महत्व की प्रजातियां जैव विविधता विरासत स्थलें (Biodiversity Heritage Sites):
बीएचएस अच्छी तरह से परिभाषित क्षेत्र हैं जो अद्वितीय, पारिस्थितिक रूप से नाजुक पारिस्थितिक तंत्र हैं – स्थलीय, तटीय और अंतर्देशीय जल और, समुद्री जिसमें समृद्ध जैव विविधता है जिसमें निम्नलिखित में से कोई एक या अधिक घटक शामिल हैं:
- वन्य और साथ ही पालतू प्रजातियों या अंतर-विशिष्ट श्रेणियों की समृद्धि
- उच्च स्थानिकता
- दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों की उपस्थिति
- कीस्टोन प्रजाति
- विकासवादी महत्व की प्रजातियां
- घरेलू/खेती प्रजातियों या उनकी किस्मों के वन्य पूर्वज
- जीवाश्म सतहों द्वारा दर्शाए गए जैविक घटकों की पूर्व श्रेष्ठता और
- महत्वपूर्ण सांस्कृतिक, नैतिक या सौंदर्य मूल्यों वाले और
- सांस्कृतिक विविधता के रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण हैं, उनके साथ मानव जुड़ाव के लंबे इतिहास के साथ या बिना।
Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही वन्य और साथ ही पालतू प्रजातियों या अंतर-विशिष्ट श्रेणियों की समृद्धि उच्च स्थानिकता दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों की उपस्थिति विकासवादी महत्व की प्रजातियां जैव विविधता विरासत स्थलें (Biodiversity Heritage Sites):
बीएचएस अच्छी तरह से परिभाषित क्षेत्र हैं जो अद्वितीय, पारिस्थितिक रूप से नाजुक पारिस्थितिक तंत्र हैं – स्थलीय, तटीय और अंतर्देशीय जल और, समुद्री जिसमें समृद्ध जैव विविधता है जिसमें निम्नलिखित में से कोई एक या अधिक घटक शामिल हैं:
- वन्य और साथ ही पालतू प्रजातियों या अंतर-विशिष्ट श्रेणियों की समृद्धि
- उच्च स्थानिकता
- दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों की उपस्थिति
- कीस्टोन प्रजाति
- विकासवादी महत्व की प्रजातियां
- घरेलू/खेती प्रजातियों या उनकी किस्मों के वन्य पूर्वज
- जीवाश्म सतहों द्वारा दर्शाए गए जैविक घटकों की पूर्व श्रेष्ठता और
- महत्वपूर्ण सांस्कृतिक, नैतिक या सौंदर्य मूल्यों वाले और
- सांस्कृतिक विविधता के रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण हैं, उनके साथ मानव जुड़ाव के लंबे इतिहास के साथ या बिना।
-
Question 13 of 30
13. Question
ग्लोबल एलायंस फॉर क्लाइमेट-स्मार्ट एग्रीकल्चर (GASCA) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- GACSA क्लाइमेट-स्मार्ट एग्रीकल्चर (CSA) पर एक समावेशी, स्वैच्छिक और कार्रवाई-उन्मुख बहु-हितधारक मंच है।
- भारत इस गठबंधन का सदस्य राष्ट्र है।
- गठबंधन में सदस्यता बाध्यकारी दायित्वों का निर्माण करती है और भागीदारी की प्रकृति को निर्धारित करती है।
उपरोक्त कथनों में से कौन सा सही है?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत GACSA क्लाइमेट-स्मार्ट एग्रीकल्चर (CSA) पर एक समावेशी, स्वैच्छिक और कार्रवाई-उन्मुख बहु-हितधारक मंच है। भारत इस गठबंधन का सदस्य राष्ट्र है। गठबंधन में सदस्यता कोई बाध्यकारी दायित्व नहीं बनाती है और प्रत्येक सदस्य व्यक्तिगत रूप से अपनी भागीदारी की प्रकृति को निर्धारित करता है। Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही गलत GACSA क्लाइमेट-स्मार्ट एग्रीकल्चर (CSA) पर एक समावेशी, स्वैच्छिक और कार्रवाई-उन्मुख बहु-हितधारक मंच है। भारत इस गठबंधन का सदस्य राष्ट्र है। गठबंधन में सदस्यता कोई बाध्यकारी दायित्व नहीं बनाती है और प्रत्येक सदस्य व्यक्तिगत रूप से अपनी भागीदारी की प्रकृति को निर्धारित करता है। -
Question 14 of 30
14. Question
वैश्विक जैव विविधता सूचना सुविधा किसकी पहल थी-
Correct
Solution (d)
Explanation:
वैश्विक जैव विविधता सूचना सुविधा:
- GBIF—वैश्विक जैव विविधता सूचना सुविधा—एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और डेटा अवसंरचना है जो दुनिया की सरकारों द्वारा वित्त पोषित है और इसका उद्देश्य किसी को भी, कहीं भी, पृथ्वी पर सभी प्रकार के जीवन के बारे में डेटा तक खुली पहुंच प्रदान करना है।
- GBIF आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के मेगा-साइंस फोरम के जैव विविधता सूचना विज्ञान उपसमूह द्वारा 1999 की सिफारिश से उत्पन्न हुआ। इस रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि “दुनिया भर में जैव विविधता डेटा और जानकारी को सुलभ बनाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय तंत्र की आवश्यकता है”, यह तर्क देते हुए कि यह तंत्र कई आर्थिक और सामाजिक लाभ पैदा कर सकता है और ध्वनि वैज्ञानिक प्रमाण प्रदान करके सतत विकास को सक्षम कर सकता है।
- ओईसीडी पैनल (OECD panel) ने विशेष रूप से एक वैश्विक जैव विविधता की स्थापना की सिफारिश की।
- सूचना सुविधा, ‘उपयोगकर्ताओं को नेविगेट करने और बड़ी मात्रा में जैव विविधता जानकारी का उपयोग करने में सक्षम बनाने, वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने … समाज के आर्थिक और जीवन की गुणवत्ता के हितों की सेवा करना, और एक आधार प्रदान करना जिससे प्राकृतिक दुनिया के बारे में हमारा ज्ञान तेजी से बढ़ सके और इस तरह से प्रयास और व्यय के दोहराव से बचा जा सके।’
- उस सिफारिश का ओईसीडी विज्ञान मंत्रियों द्वारा समर्थन किया गया था और, 2001 में, जीबीआईएफ को आधिकारिक तौर पर भाग लेने वाली सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन के माध्यम से स्थापित किया गया था।
Incorrect
Solution (d)
Explanation:
वैश्विक जैव विविधता सूचना सुविधा:
- GBIF—वैश्विक जैव विविधता सूचना सुविधा—एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और डेटा अवसंरचना है जो दुनिया की सरकारों द्वारा वित्त पोषित है और इसका उद्देश्य किसी को भी, कहीं भी, पृथ्वी पर सभी प्रकार के जीवन के बारे में डेटा तक खुली पहुंच प्रदान करना है।
- GBIF आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के मेगा-साइंस फोरम के जैव विविधता सूचना विज्ञान उपसमूह द्वारा 1999 की सिफारिश से उत्पन्न हुआ। इस रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि “दुनिया भर में जैव विविधता डेटा और जानकारी को सुलभ बनाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय तंत्र की आवश्यकता है”, यह तर्क देते हुए कि यह तंत्र कई आर्थिक और सामाजिक लाभ पैदा कर सकता है और ध्वनि वैज्ञानिक प्रमाण प्रदान करके सतत विकास को सक्षम कर सकता है।
- ओईसीडी पैनल (OECD panel) ने विशेष रूप से एक वैश्विक जैव विविधता की स्थापना की सिफारिश की।
- सूचना सुविधा, ‘उपयोगकर्ताओं को नेविगेट करने और बड़ी मात्रा में जैव विविधता जानकारी का उपयोग करने में सक्षम बनाने, वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने … समाज के आर्थिक और जीवन की गुणवत्ता के हितों की सेवा करना, और एक आधार प्रदान करना जिससे प्राकृतिक दुनिया के बारे में हमारा ज्ञान तेजी से बढ़ सके और इस तरह से प्रयास और व्यय के दोहराव से बचा जा सके।’
- उस सिफारिश का ओईसीडी विज्ञान मंत्रियों द्वारा समर्थन किया गया था और, 2001 में, जीबीआईएफ को आधिकारिक तौर पर भाग लेने वाली सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन के माध्यम से स्थापित किया गया था।
-
Question 15 of 30
15. Question
निम्नलिखित में से कौन एक पर-स्थाने (ex-situ) संरक्षण उपाय नहीं है?
Correct
Solution (c)
Explanation:
स्व-स्थाने और पर-स्थाने संरक्षण क्रमशः अपने प्राकृतिक आवास के भीतर या बाहर प्रजातियों की विविधता के रखरखाव पर केंद्रित है।
स्व-स्थाने संरक्षण:
- आरक्षित और संरक्षित वन
- वन्यजीव अभ्यारण्य या वन्यजीव शरणस्थल
- राष्ट्रीय उद्यान
- जीवमंडल रिज़र्व
- टाइगर रिजर्व
- संरक्षण रिज़र्व
- सामुदायिक रिज़र्व
- सेक्रेड ग्रोव्स
पर-स्थाने संरक्षण:
- बोटैनिकल गार्डन
- जू
- बीज बैंक
- बॉटनिकल गार्डन
- एक्वैरियम (aquarium)
Incorrect
Solution (c)
Explanation:
स्व-स्थाने और पर-स्थाने संरक्षण क्रमशः अपने प्राकृतिक आवास के भीतर या बाहर प्रजातियों की विविधता के रखरखाव पर केंद्रित है।
स्व-स्थाने संरक्षण:
- आरक्षित और संरक्षित वन
- वन्यजीव अभ्यारण्य या वन्यजीव शरणस्थल
- राष्ट्रीय उद्यान
- जीवमंडल रिज़र्व
- टाइगर रिजर्व
- संरक्षण रिज़र्व
- सामुदायिक रिज़र्व
- सेक्रेड ग्रोव्स
पर-स्थाने संरक्षण:
- बोटैनिकल गार्डन
- जू
- बीज बैंक
- बॉटनिकल गार्डन
- एक्वैरियम (aquarium)
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Question 16 of 30
16. Question
‘शून्य बजट प्राकृतिक खेती‘ (ZBNF) के संबंध में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- इसका उद्देश्य कृषि जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बढ़ाना है।
- यह बाहरी रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करने के बजाय मृदा को पुनः जीवंत करने के लिए सीटू संसाधनों का उपयोग करता है।
- ZBNF के चार स्तंभों में बीजामृत, जीवामृत, मल्चिंग और वाफसा शामिल हैं।
- सरकार पारंपरिक कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से ZBNF को बढ़ावा देती है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही ZBNF का उद्देश्य कृषि जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बढ़ाना है। ZBNF बाहरी रासायनिक उर्वरकों के उपयोग के बजाय मृदा को पुनः जीवंत करने के लिए सीटू संसाधनों का उपयोग करता है। ‘शून्य बजट प्राकृतिक खेती’ (ZBNF)’ के चार स्तंभों में बीजामृत, जीवामृत, मल्चिंग और वाफसा शामिल हैं। सरकार पारंपरिक कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से ZBNF को बढ़ावा देती है। Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही सही सही सही ZBNF का उद्देश्य कृषि जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बढ़ाना है। ZBNF बाहरी रासायनिक उर्वरकों के उपयोग के बजाय मृदा को पुनः जीवंत करने के लिए सीटू संसाधनों का उपयोग करता है। ‘शून्य बजट प्राकृतिक खेती’ (ZBNF)’ के चार स्तंभों में बीजामृत, जीवामृत, मल्चिंग और वाफसा शामिल हैं। सरकार पारंपरिक कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से ZBNF को बढ़ावा देती है। -
Question 17 of 30
17. Question
भरतपुर पक्षी विहार के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
- यह विश्व धरोहर स्थल और रामसर स्थल दोनों है।
- इस अभयारण्य में ग्रीष्मकालीन के दौरान गंभीर रूप से लुप्तप्राय साइबेरियन क्रेन को देखा जा सकता है।
- इसमें शुष्क पर्णपाती वनस्पति होती है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाता है, राजस्थान के भरतपुर में स्थित है। यह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पक्षी प्रजनन और भोजन के मैदानों में से एक के रूप में पहचाना जाता है। इसे 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल और 1981 में अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि पर रामसर सम्मेलन के तहत रामसर स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, साइबेरिया और चीन से बड़ी संख्या में जलीय पक्षी पार्क में आते हैं। वास्तव में, यह भारत का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहाँ गंभीर रूप से लुप्तप्राय साइबेरियन क्रेन को शीतकाल के दौरान देखा जा सकता है। (स्पष्ट रूप से साइबेरियन क्रेन तीव्र सर्दियों में साइबेरिया छोड़ देंगे)। यहाँ की वनस्पति शुष्क पर्णपाती प्रकार की है, इसके वन के अंदर मध्यम आकार के पेड़ और झाड़ियाँ पाई जाती हैं। कुछ पेड़ जो आमतौर पर उघान के अंदर देखे जा सकते हैं, वे हैं कदम, जामुन, बाबुल, कंडी, बेर, कैर और पीलू। Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाता है, राजस्थान के भरतपुर में स्थित है। यह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पक्षी प्रजनन और भोजन के मैदानों में से एक के रूप में पहचाना जाता है। इसे 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल और 1981 में अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि पर रामसर सम्मेलन के तहत रामसर स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, साइबेरिया और चीन से बड़ी संख्या में जलीय पक्षी पार्क में आते हैं। वास्तव में, यह भारत का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहाँ गंभीर रूप से लुप्तप्राय साइबेरियन क्रेन को शीतकाल के दौरान देखा जा सकता है। (स्पष्ट रूप से साइबेरियन क्रेन तीव्र सर्दियों में साइबेरिया छोड़ देंगे)। यहाँ की वनस्पति शुष्क पर्णपाती प्रकार की है, इसके वन के अंदर मध्यम आकार के पेड़ और झाड़ियाँ पाई जाती हैं। कुछ पेड़ जो आमतौर पर उघान के अंदर देखे जा सकते हैं, वे हैं कदम, जामुन, बाबुल, कंडी, बेर, कैर और पीलू। -
Question 18 of 30
18. Question
वन्यजीव व्यापार निगरानी नेटवर्क (TRAFFIC) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- इसका मिशन यह सुनिश्चित करना है कि वन्य पौधों और जानवरों का व्यापार प्रकृति के संरक्षण के लिए खतरा नहीं है।
- यह वन्यजीव तस्करी के खिलाफ गठबंधन (CAWT) और विश्व वन्यजीव कोष (WWF) का एक सहयोगात्मक प्रयास है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही हैं?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत वन्यजीव व्यापार निगरानी नेटवर्क (TRAFFIC) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वन्य पौधों और जानवरों का व्यापार प्रकृति के संरक्षण के लिए खतरा न हो। यह एक अग्रणी गैर-सरकारी संगठन है जो जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास दोनों के संदर्भ में वन्य जानवरों और पौधों के व्यापार पर विश्व स्तर पर काम कर रहा है। ट्रैफिक डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और आईयूसीएन (WWF and IUCN) का संयुक्त संरक्षण कार्यक्रम है। इसकी स्थापना 1976 में IUCN के प्रजाति उत्तरजीविता आयोग द्वारा की गई थी, मुख्य रूप से वन्य जीवों और वनस्पतियों (CITES) की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन के पिछले वर्ष के दौरान लागू होने की प्रतिक्रिया के रूप में। Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत वन्यजीव व्यापार निगरानी नेटवर्क (TRAFFIC) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वन्य पौधों और जानवरों का व्यापार प्रकृति के संरक्षण के लिए खतरा न हो। यह एक अग्रणी गैर-सरकारी संगठन है जो जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास दोनों के संदर्भ में वन्य जानवरों और पौधों के व्यापार पर विश्व स्तर पर काम कर रहा है। ट्रैफिक डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और आईयूसीएन (WWF and IUCN) का संयुक्त संरक्षण कार्यक्रम है। इसकी स्थापना 1976 में IUCN के प्रजाति उत्तरजीविता आयोग द्वारा की गई थी, मुख्य रूप से वन्य जीवों और वनस्पतियों (CITES) की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन के पिछले वर्ष के दौरान लागू होने की प्रतिक्रिया के रूप में। -
Question 19 of 30
19. Question
निम्नलिखित जोड़ियों पर विचार करें:
संरक्षित क्षेत्र क्षेत्र
- दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान ज़बरवान श्रेणी
- नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान खासी पहाड़ी
- परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व नीलगिरी पहाड़ी
- पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व विंध्य श्रेणी
ऊपर दिए गए युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित हैं?
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही गलत गलत गलत दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान – ज़बरवान श्रेणी नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान – मिश्मी पहाड़ी परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व – अन्नामलाई पहाड़ी पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व – सतपुड़ा श्रेणी Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 सही गलत गलत गलत दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान – ज़बरवान श्रेणी नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान – मिश्मी पहाड़ी परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व – अन्नामलाई पहाड़ी पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व – सतपुड़ा श्रेणी -
Question 20 of 30
20. Question
निम्नलिखित में से किस परियोजना की स्थापना के लिए अनिवार्य पर्यावरणीय प्रभाव आकलन की आवश्यकता होगी?
- ताप विद्युत केंद्र
- कच्चे तेल की रिफाइनरियां
- विशेष अपशिष्ट भस्मीकरण
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही ताप विद्युत केंद्र – अनिवार्य ईआईए (EIA) कच्चे तेल की रिफाइनरी – अनिवार्य ईआईए (EIA) विशेष अपशिष्ट भस्मीकरण – अनिवार्य ईआईए (EIA) Notes:
- पर्यावरणीय प्रभाव आकलन को एक ऐसी गतिविधि के रूप में परिभाषित किया गया है जिसे मानव स्वास्थ्य पर किसी कार्रवाई के प्रभाव की पहचान करने, भविष्यवाणी करने और व्याख्या करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें पारिस्थितिक तंत्र की भलाई भी शामिल है जिस पर मानव का अस्तित्व निर्भर करता है।
- भारत में ईआईए (EIA) की शुरुआत 1978 में हुई थी।
ईआईए (EIA) निम्नलिखित परियोजनाओं को शामिल करता है:
अनिवार्य ईआईए (EIA) :
निष्पादन से पहले अनिवार्य रूप से ईआईए के अधीन प्रमुख परियोजनाओं में शामिल हैं:
- कच्चे तेल की रिफाइनरियां
- ताप विद्युत केंद्र
- रासायनिक प्रतिष्ठान
- व्यापारिक बंदरगाह
- विशेष अपशिष्ट भस्मीकरण
- रेडियोधर्मी कचरे के निपटान के लिए प्रतिष्ठान
- मोटरमार्ग और प्रमुख सड़कें
- अपशिष्ट उपचार या लैंडफिल
- लोहा और इस्पात उद्योग
- भारी खनन आदि
विवेकाधीन ईआईए (EIA) :
कुछ परियोजनाओं को विवेकाधीन पर्यावरणीय मूल्यांकन के अधीन किया जाता है, यदि उनके महत्वपूर्ण पर्यावरणीय प्रभाव होने की संभावना है। ऐसी परियोजनाओं में शामिल हैं:
- कुक्कुट इकाइयाँ
- धातु प्रसंस्करण
- खनिज निष्कर्षण
- कांच बनाना
- खाद्य विनिर्माण
- हालीडे रिसॉर्ट्स
- चर्म शोधनालय
- कागज उद्योग आदि
Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही सही सही ताप विद्युत केंद्र – अनिवार्य ईआईए (EIA) कच्चे तेल की रिफाइनरी – अनिवार्य ईआईए (EIA) विशेष अपशिष्ट भस्मीकरण – अनिवार्य ईआईए (EIA) Notes:
- पर्यावरणीय प्रभाव आकलन को एक ऐसी गतिविधि के रूप में परिभाषित किया गया है जिसे मानव स्वास्थ्य पर किसी कार्रवाई के प्रभाव की पहचान करने, भविष्यवाणी करने और व्याख्या करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें पारिस्थितिक तंत्र की भलाई भी शामिल है जिस पर मानव का अस्तित्व निर्भर करता है।
- भारत में ईआईए (EIA) की शुरुआत 1978 में हुई थी।
ईआईए (EIA) निम्नलिखित परियोजनाओं को शामिल करता है:
अनिवार्य ईआईए (EIA) :
निष्पादन से पहले अनिवार्य रूप से ईआईए के अधीन प्रमुख परियोजनाओं में शामिल हैं:
- कच्चे तेल की रिफाइनरियां
- ताप विद्युत केंद्र
- रासायनिक प्रतिष्ठान
- व्यापारिक बंदरगाह
- विशेष अपशिष्ट भस्मीकरण
- रेडियोधर्मी कचरे के निपटान के लिए प्रतिष्ठान
- मोटरमार्ग और प्रमुख सड़कें
- अपशिष्ट उपचार या लैंडफिल
- लोहा और इस्पात उद्योग
- भारी खनन आदि
विवेकाधीन ईआईए (EIA) :
कुछ परियोजनाओं को विवेकाधीन पर्यावरणीय मूल्यांकन के अधीन किया जाता है, यदि उनके महत्वपूर्ण पर्यावरणीय प्रभाव होने की संभावना है। ऐसी परियोजनाओं में शामिल हैं:
- कुक्कुट इकाइयाँ
- धातु प्रसंस्करण
- खनिज निष्कर्षण
- कांच बनाना
- खाद्य विनिर्माण
- हालीडे रिसॉर्ट्स
- चर्म शोधनालय
- कागज उद्योग आदि
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Question 21 of 30
21. Question
वह हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापक थे। उन्होंने 1913 में पटना में अनुशीलन समिति की एक शाखा की स्थापना की। उन्होंने बंदी जीवन नामक एक पुस्तक भी लिखी। वह है
Correct
Solution (d)
सचिंद्र नाथ सान्याल हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापक थे। उन्होंने 1913 में पटना में अनुशीलन समिति की एक शाखा की स्थापना की। उन्होंने बंदी जीवन नामक एक पुस्तक भी लिखी। वह ग़दर षड्यंत्र की योजनाओं में बड़े पैमाने पर शामिल थे, और फरवरी 1915 में इसके उजागर होने के बाद भूमिगत हो गए। सान्याल और महात्मा गांधी 1920 और 1924 के बीच यंग इंडिया में प्रकाशित एक प्रसिद्ध वाद-विवाद में शामिल थे।
संदर्भ – हाल ही में सचिंद्र नाथ सान्याल की पुण्यतिथि मनाई गई।
Incorrect
Solution (d)
सचिंद्र नाथ सान्याल हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापक थे। उन्होंने 1913 में पटना में अनुशीलन समिति की एक शाखा की स्थापना की। उन्होंने बंदी जीवन नामक एक पुस्तक भी लिखी। वह ग़दर षड्यंत्र की योजनाओं में बड़े पैमाने पर शामिल थे, और फरवरी 1915 में इसके उजागर होने के बाद भूमिगत हो गए। सान्याल और महात्मा गांधी 1920 और 1924 के बीच यंग इंडिया में प्रकाशित एक प्रसिद्ध वाद-विवाद में शामिल थे।
संदर्भ – हाल ही में सचिंद्र नाथ सान्याल की पुण्यतिथि मनाई गई।
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Question 22 of 30
22. Question
‘पर्वतमाला योजना‘ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
- इस योजना का उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्रों में सभी मौसम में सड़कें उपलब्ध कराना है
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इस योजना के लिए नोडल मंत्रालय है
सही कथन का चयन करें
Correct
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – “पर्वतमाला” – जिसे पीपीपी (PPP) मोड पर लिया जाएगा। यह कठिन पहाड़ी क्षेत्रों में पारंपरिक सड़कों के स्थान पर एक पसंदीदा, पारिस्थितिक रूप से टिकाऊ विकल्प होगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इस योजना के लिए नोडल मंत्रालय है। इसके पास रोपवे और वैकल्पिक गतिशीलता समाधान प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ निर्माण, अनुसंधान और नीति की जिम्मेदारी होगी। संदर्भ – इस योजना की घोषणा केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई थी।
Incorrect
Solution (b)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 गलत सही राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – “पर्वतमाला” – जिसे पीपीपी (PPP) मोड पर लिया जाएगा। यह कठिन पहाड़ी क्षेत्रों में पारंपरिक सड़कों के स्थान पर एक पसंदीदा, पारिस्थितिक रूप से टिकाऊ विकल्प होगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इस योजना के लिए नोडल मंत्रालय है। इसके पास रोपवे और वैकल्पिक गतिशीलता समाधान प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ निर्माण, अनुसंधान और नीति की जिम्मेदारी होगी। संदर्भ – इस योजना की घोषणा केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई थी।
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Question 23 of 30
23. Question
‘लस्सा फीवर‘ (Lassa Fever) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें ।
- यह रोग एक वायरस के कारण होता है और मुख्य रूप से पश्चिम अफ्रीका में पाया जाता है
- यह मुख्य रूप से सूअरों के कारण होता है और व्यक्ति से व्यक्ति में संचरण संभव है
सही कथन का चयन करें
Correct
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत लासा वायरस मुख्य रूप से सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिम अफ्रीका के देशों में पाया जाता है जहां यह स्थानिक है। फीवर चूहों से फैलता है। व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण भी संभव है। प्रसंग – हाल ही में लस्सा फीवर का प्रकोप हुआ था।
Incorrect
Solution (a)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 सही गलत लासा वायरस मुख्य रूप से सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिम अफ्रीका के देशों में पाया जाता है जहां यह स्थानिक है। फीवर चूहों से फैलता है। व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण भी संभव है। प्रसंग – हाल ही में लस्सा फीवर का प्रकोप हुआ था।
-
Question 24 of 30
24. Question
‘क्वांटम कुंजी वितरण‘ (Quantum Key Distribution) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें ।
- यह दो पक्षों को केवल उनके लिए ज्ञात एक साझा यादृच्छिक गुप्त कुंजी उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है, जिसका उपयोग संदेशों को एन्क्रिप्ट और डिक्रिप्ट करने के लिए किया जा सकता है
- एन्क्रिप्शन की सुरक्षा जो क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग करती है, सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी की नींव पर निर्भर करती है
- क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग केवल एक कुंजी बनाने और वितरित करने के लिए किया जाता है, न कि किसी संदेश डेटा को प्रसारित करने के लिए
सही कथनों का चयन करें
Correct
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही क्वांटम कुंजी वितरण (QKD) एक सुरक्षित संचार पद्धति है जो क्वांटम यांत्रिकी के घटकों को शामिल करते हुए एक क्रिप्टोग्राफ़िक प्रोटोकॉल को लागू करता है। यह दो पक्षों को केवल उनके लिए ज्ञात एक साझा यादृच्छिक गुप्त कुंजी उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है, जिसका उपयोग संदेशों को एन्क्रिप्ट और डिक्रिप्ट करने के लिए किया जा सकता है। एन्क्रिप्शन की सुरक्षा जो क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग करती है, पारंपरिक सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी के विपरीत, क्वांटम यांत्रिकी की नींव पर निर्भर करती है, जो कुछ गणितीय कार्यों की संगणकीय कठिनाई पर निर्भर करती है, और उपयोग किए गए एकतरफा कार्यों को उलटने की वास्तविक जटिलता के रूप में कोई गणितीय प्रमाण प्रदान नहीं कर सकता है। एन्क्रिप्शन की सुरक्षा जो क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग करती है, पारंपरिक सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी के विपरीत, क्वांटम यांत्रिकी की नींव पर निर्भर करती है, जो कुछ गणितीय कार्यों की संगणकीय कठिनाई पर निर्भर करती है, और उपयोग किए गए एकतरफा कार्यों को उलटने की वास्तविक जटिलता के रूप में कोई गणितीय प्रमाण प्रदान नहीं कर सकता है। संदर्भ – प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन DRDO और IIT – दिल्ली द्वारा किया गया था।
Incorrect
Solution (d)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 सही गलत सही क्वांटम कुंजी वितरण (QKD) एक सुरक्षित संचार पद्धति है जो क्वांटम यांत्रिकी के घटकों को शामिल करते हुए एक क्रिप्टोग्राफ़िक प्रोटोकॉल को लागू करता है। यह दो पक्षों को केवल उनके लिए ज्ञात एक साझा यादृच्छिक गुप्त कुंजी उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है, जिसका उपयोग संदेशों को एन्क्रिप्ट और डिक्रिप्ट करने के लिए किया जा सकता है। एन्क्रिप्शन की सुरक्षा जो क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग करती है, पारंपरिक सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी के विपरीत, क्वांटम यांत्रिकी की नींव पर निर्भर करती है, जो कुछ गणितीय कार्यों की संगणकीय कठिनाई पर निर्भर करती है, और उपयोग किए गए एकतरफा कार्यों को उलटने की वास्तविक जटिलता के रूप में कोई गणितीय प्रमाण प्रदान नहीं कर सकता है। एन्क्रिप्शन की सुरक्षा जो क्वांटम कुंजी वितरण का उपयोग करती है, पारंपरिक सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी के विपरीत, क्वांटम यांत्रिकी की नींव पर निर्भर करती है, जो कुछ गणितीय कार्यों की संगणकीय कठिनाई पर निर्भर करती है, और उपयोग किए गए एकतरफा कार्यों को उलटने की वास्तविक जटिलता के रूप में कोई गणितीय प्रमाण प्रदान नहीं कर सकता है। संदर्भ – प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन DRDO और IIT – दिल्ली द्वारा किया गया था।
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Question 25 of 30
25. Question
‘आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन‘ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
- यह एक डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र है जिसके तहत प्रत्येक निवासी के पास अब अद्वितीय स्वास्थ्य आईडी और डिजीटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड होंगे
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को मिशन के डिजाइन, निर्माण, रोल-आउट और कार्यान्वित करने का अधिकार दिया गया है
- निजी हितधारकों के पास बाजार के लिए अपने उत्पादों को एकीकृत करने और बनाने का समान अवसर होगा।
- हेल्थ आईडी (Health ID) एक यादृच्छिक रूप से उत्पन्न 16 अंकों की संख्या है जिसका उपयोग विशिष्ट रूप से पहचान वाले व्यक्तियों के प्रयोजनों के लिए किया जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही कथनों का चयन कीजिए
Correct
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 गलत सही सही गलत यह एक डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र है जिसके तहत प्रत्येक भारतीय नागरिक के पास अब अद्वितीय स्वास्थ्य आईडी, डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पहचानकर्ताओं के साथ डिजीटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड होंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को देश में मिशन के डिजाइन, निर्माण, रोल-आउट और कार्यान्वित करने का अधिकार दिया गया हैं। निजी हितधारकों के पास बाजार के लिए अपने उत्पादों को एकीकृत करने और बनाने का समान अवसर होगा। हालाँकि, मुख्य गतिविधियाँ और सत्यापन सरकार के पास रहते हैं। हेल्थ आईडी एक बेतरतीब ढंग से उत्पन्न 14 अंकों की संख्या है जिसका उपयोग विशिष्ट रूप से व्यक्तियों की पहचान करने, उन्हें प्रमाणित करने और उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सूत्रण करने के लिए किया जाता है। संदर्भ – राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा मिशन की घोषणा की गई थी।
Incorrect
Solution (c)
कथन विश्लेषण:
कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4 गलत सही सही गलत यह एक डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र है जिसके तहत प्रत्येक भारतीय नागरिक के पास अब अद्वितीय स्वास्थ्य आईडी, डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पहचानकर्ताओं के साथ डिजीटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड होंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को देश में मिशन के डिजाइन, निर्माण, रोल-आउट और कार्यान्वित करने का अधिकार दिया गया हैं। निजी हितधारकों के पास बाजार के लिए अपने उत्पादों को एकीकृत करने और बनाने का समान अवसर होगा। हालाँकि, मुख्य गतिविधियाँ और सत्यापन सरकार के पास रहते हैं। हेल्थ आईडी एक बेतरतीब ढंग से उत्पन्न 14 अंकों की संख्या है जिसका उपयोग विशिष्ट रूप से व्यक्तियों की पहचान करने, उन्हें प्रमाणित करने और उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सूत्रण करने के लिए किया जाता है। संदर्भ – राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा मिशन की घोषणा की गई थी।
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Question 26 of 30
26. Question
एक परिवार में, छह सदस्य A, B, C, D, E और F हैं। A और B एक विवाहित जोड़े हैं, A पुरुष सदस्य है। D, C का इकलौता पुत्र है, जो A का भाई है। E, D की बहन है। B, F की बहू है, जिसके पति की मृत्यु हो गई है। E, C से किस प्रकार संबंधित है?
Correct
Solution (b)
A एक पुरुष है और B से विवाहित है। तो, A पति है और B पत्नी है। C, A का भाई है। D, C का पुत्र है। E. जो D की बहन है, C की पुत्री होगी। B, F की बहू है, जिसके पति की मृत्यु हो गई है अर्थात F, A की माता है। इसलिए, E, C की पुत्री है।
Incorrect
Solution (b)
A एक पुरुष है और B से विवाहित है। तो, A पति है और B पत्नी है। C, A का भाई है। D, C का पुत्र है। E. जो D की बहन है, C की पुत्री होगी। B, F की बहू है, जिसके पति की मृत्यु हो गई है अर्थात F, A की माता है। इसलिए, E, C की पुत्री है।
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Question 27 of 30
27. Question
एक व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए, एक पुरुष ने एक महिला से कहा, “उसकी माँ तुम्हारे पिता की इकलौती बेटी है।” महिला उस व्यक्ति से कैसे संबंधित थी?
Correct
Solution (c)
पिता
माता
व्यक्ति
महिला इकलौती बेटी है। वह व्यक्ति उसका
Incorrect
Solution (c)
पिता
माता
व्यक्ति
महिला इकलौती बेटी है। वह व्यक्ति उसका
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Question 28 of 30
28. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें
- B, C. D, E और F एक परिवार के छह सदस्य हैं।
- परिवार में एक दंपति के माता-पिता और उनके बच्चे हैं।
- A, C का पुत्र है और E, A की पुत्री है।
- D, F की पुत्री है जो E की माता है।
निम्नलिखित में से कौन सा जोड़ा जोड़े के माता-पिता हैं?
Correct
Solution (c)
E, A की पुत्री है और F, E की माता है इसलिए, A, E का पिता है और इसलिए F का पति है। अब, D, F की पुत्री है। D और E, A और F की भी बेटियाँ हैं। A, C का पुत्र है। अब, केवल B ही रहता है। B और C, A के माता-पिता हैं। इसलिए, B और C युगल के माता-पिता हैं।
Incorrect
Solution (c)
E, A की पुत्री है और F, E की माता है इसलिए, A, E का पिता है और इसलिए F का पति है। अब, D, F की पुत्री है। D और E, A और F की भी बेटियाँ हैं। A, C का पुत्र है। अब, केवल B ही रहता है। B और C, A के माता-पिता हैं। इसलिए, B और C युगल के माता-पिता हैं।
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Question 29 of 30
29. Question
जब सुषमा ने प्रवीण को देखा, तो उसने कहा, “वह मेरी बेटी के पिता के ससुर का बेटा है“। प्रवीण, सुषमा से किस प्रकार संबंधित है?
Correct
Solution (d)
मेरी बेटी के पिता का मतलब है कि यह उसका पति है। उसके पति के ससुर उसके अपने पिता होते हैं। उसके पिता का पुत्र सुषमा का भाई है।
Incorrect
Solution (d)
मेरी बेटी के पिता का मतलब है कि यह उसका पति है। उसके पति के ससुर उसके अपने पिता होते हैं। उसके पिता का पुत्र सुषमा का भाई है।
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Question 30 of 30
30. Question
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और गद्यांश के बाद आने वाले प्रश्न के उत्तर दीजिए। प्रश्न का आपका उत्तर केवल गद्यांश पर आधारित होना चाहिए।
शहरीकरण एक सकारात्मक घटना है बशर्ते शहर इसकी क्षमता का उपयोग करने में सक्षम हों। मानव बस्तियों पर हाल ही में सार्वजनिक रूप से प्रकाशित यूएन-हैबीटेट वैश्विक रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत जैसे विकासशील देशों के कई शहर ऐसा करने में कामयाब नहीं हुए हैं। भारतीय शहर बढी हुई संख्या को प्रबंधित करने के लिए संघर्ष करते हैं। उनके पास अपर्याप्त बुनियादी ढांचा खराब गतिशीलता और किफायती आवास की कमी है। उनके सामने चुनौती दुगनी है, शहरी केंद्रों में विकास को वितरित करने के प्रयास अपर्याप्त रहे हैं और शहरी नियोजन प्रथाएं पुरानी हैं। बड़े शहरों पर बहुत ध्यान दिया जाता है, छोटे शहरों को बड़े पैमाने पर अप्राप्य छोड़ दिया जाता है। 5161 में से, जैसा कि ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में कहा गया है, केवल 1500 के पास अपने विकास के प्रबंधन के लिए किसी न किसी रूप में योजना है। जीवन की गुणवत्ता खराब होने और छोटे शहरों के साथ, अधिक लोग महानगरों की ओर रुख करते हैं, जिससे उन पर और बोझ पड़ता है। हालाँकि, छोटे और मध्यम आकार के शहरों को विकसित करने की आवश्यकता को 1988 की शुरुआत में ही पहले राष्ट्रीय शहरीकरण आयोग द्वारा उजागर किया गया था, लेकिन उस मोर्चे पर बहुत कुछ नहीं हुआ है। जहां तक बड़े शहरों का सवाल है, अतिरिक्त ध्यान और मास्टर प्लान की उपस्थिति का मतलब जरूरी सुधार नहीं है, एक एकीकृत मास्टर प्लान के माध्यम से एक शहर का प्रबंधन करने में विफल रहा है।
Q.30) परिच्छेद में निहित है कि
Correct
Solution (a)
उत्तर पहली दो पंक्तियों में छिपा है। विकासशील देशों के शहरों ने वास्तव में शहरीकरण की अवधारणा का उपयोग नहीं किया है।
अत: विकल्प a सही उत्तर है।
Incorrect
Solution (a)
उत्तर पहली दो पंक्तियों में छिपा है। विकासशील देशों के शहरों ने वास्तव में शहरीकरण की अवधारणा का उपयोग नहीं किया है।
अत: विकल्प a सही उत्तर है।
All the Best
IASbaba