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(PRELIMS + MAINS FOCUS)
चावल के बीज की सीधे बुवाई की तकनीक (Direct Seeding of Rice)
भाग : GS Prelims and Mains III – कृषि; सिंचाई तकनीक
समाचार में:
- पंजाब के किसानों ने पारंपरिक पुनर्रोपण (traditional transplanting) के बजाय खरीफ सीजन में चावल के बीज की सीधे बुवाई की तकनीक (DRS) का इस्तेमाल करते हुए धान लगाया।
चावल की DRS तकनीक के लाभ
- फसल कटने के बाद फसल के अवशेषों को संभालना आसान है।
- धान के पौधे लगाने के लिए बड़े पैमाने पर डीआरएस (DRS) का उपयोग ठूंठ जलाने (stubble burning) की समस्या का समाधान हो सकता है।
- वायु प्रदूषण कम करता है।
- प्रत्यक्ष सीडिंग (गीला और सूखा दोनों) नर्सरी स्थापना, बीज से उत्पन्न किए हुए पौधे को उखाड़ने और प्रत्यारोपण से बचाता है, तथा इस प्रकार श्रम आवश्यकता को कम कर देता है।
- सीधे बोए गए बीजों वाले पौधों की जड़ें बेहतर होती हैं और इसलिए चरम जलवायु बदलावों के लिए अधिक तैयार होते हैं।
- बुवाई के बाद के वर्षों में पौधे अधिक अंकुरित हो सकते हैं।
नैटग्रिड (NATGRID) और एनसीआरबी (NCRB)
भाग: GS Prelims and Mains II and III – सरकारी योजनाएं; राजनीति – सांविधिक और गैर–सांविधिक निकाय; सुरक्षा के मुद्दे
समाचार में:
- नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) ने एफ़आईआर (FIR) और चोरी के वाहनों पर केंद्रीकृत ऑनलाइन डाटा बेस तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- यह समझौता NATGRID को अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (CCTNS) डाटा बेस तक पहुंच देगा।
Important value additions:
नैटग्रिड (NATGRID) के बारे में:
- NATGRID मुंबई के 26/11 के हमले के बाद का उपाय है।
- इसका उद्देश्य एक महत्वपूर्ण कमी को कम करना है– जो वास्तविक समय में जानकारी (real time information) की कमी है, जिसे 2006 और 2009 के बीच अपनी कई यात्राओं के दौरान देश भर में अमेरिकी आतंकी संदिग्ध डेविड हेडली के आवागमन का पता लगाने में प्रमुख बाधाओं में से एक माना जाता है।
- NATGRID एक महत्वाकांक्षी आतंकवाद निरोधक कार्यक्रम है, जो संदिग्ध आतंकवादियों को ट्रैक करने और आतंकवादी हमलों को रोकने में मदद करने के लिए विभिन्न खुफ़िया और प्रवर्तन एजेंसियों से भारी मात्रा में आंकड़ों का अध्ययन और विश्लेषण करने के लिए बिग डेटा और एनालिटिक्स जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करेगा।
- NATGRID दूरसंचार, कर रिकॉर्ड, बैंक, आप्रवासन आदि के क्षेत्र में 20 से अधिक संगठनों की सूचनाओं के बिखरे हुए टुकड़ों का मिलान करने के लिए एक ऑनलाइन डाटाबेस है ताकि खुफ़िया जानकारी के उत्पादन किया जा सके।
- आईबी (IB), आर एंड एडब्ल्यू (R&AW) और अन्य कम से कम 10 केंद्रीय एजेंसियों के पास आतंकरोधी जांच के लिए एक सुरक्षित मंच पर डेटा तक पहुंच होगी।
क्या आप जानते हैं?
- NATGRID को धारा 24 की उप–धारा (2) के तहत सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI), 2005 से छूट दी गई है।
- इस परियोजना के आरंभ होने का लक्ष्य 31 दिसंबर है और सभी राज्य पुलिस को सीसीटीएनएस (CCTNS) में एफ़आईआर (FIR) दर्ज करना अनिवार्य होगा।
एनसीआरबी (NCRB) के बारे में
- राष्ट्रीय पुलिस आयोग (1977-1981) की सिफ़ारिशें के आधार पर अपराध को अपराधियों से जोड़ने में जाँचकर्ताओं की सहायता के लिए एनसीआरबी (NCRB) को 1986 में स्थापित किया गया था।
- इसकी स्थापना समन्वय एवं पुलिस संगणक निदेशालय (DCPC), सीबीआई (CBI) की अंतर राज्य अपराधी डाटा शाखा, सीबीआई के केंद्रीय फिंगर प्रिंट ब्यूरो और बीपीआर एंड डी (BPR&D) की सांख्यिकी शाखा को मिलाकर की गई थी ।
- एनसीआरबी (NCRB) को वर्ष 2009 में अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (CCTNS) परियोजना की निगरानी, समन्वय और कार्यान्वयन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी।
- सीसीटीएनएस (CCTNS) देश में 15000+ पुलिस स्टेशनों और पुलिस के 6000 उच्च कार्यालयों को जोड़ता है।
- 2017 में, एनसीआरबी (NCRB) ने राष्ट्रीय डिजिटल पुलिस पोर्टल लॉन्च किया– यह ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने और किरायेदारों, घरेलू मदद, ड्राइवरों के पूर्ववर्ती सत्यापन की मांग करने जैसे नागरिकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के अलावा सीसीटीएनएस (CCTNS) डेटाबेस पर एक आपराधिक/ संदिग्ध को खोजने की अनुमति देता है।
स्रेब्रेनिका नरसंहार (Srebrenica massacre)
भाग: GS Prelims and Mains II – अंतर्राष्ट्रीय मामले; मानचित्र आधारित भूगोल प्रश्न
समाचार में:
- 11 जुलाई को 25 साल बाद नरसंहार के पीड़ितों की याद में स्रेब्रेनिका–पोटोकरी मेमोरियल और कब्रिस्तान में स्मरणोत्सव सेवाएं आयोजित की गईं।
- जुलाई 1995 में, कमांडर Ratko Mladić के नेतृत्व में बोस्नियाई सर्ब बलों द्वारा, स्रेब्रेनिका में लगभग 8,000 मुसलमानों, ज्यादातर पुरुषों और लड़कों को मार डाला गया था।
- बाद में इन हत्याओं को नरसंहार की जांच कर रहे अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरणों द्वारा नरसंहार के रूप में वर्गीकृत किया गया।
क्या आप जानते हैं?
- स्रेब्रेनिका बाल्कन प्रायद्वीप पर दक्षिण–पूर्वी यूरोप में बोस्निया और हर्जेगोविना में एक छोटा सा शहर है।
- 1992-1995 के बीच हुए बोस्नियाई युद्ध में बोस्नियाई सर्ब सेना और अर्धसैनिक बलों द्वारा बोस्नियाई मुसलमानों और बोस्नियाई क्रोट (Bosnian Croats) का जातीय नरसंहार किया गया था।
Pic: बाल्कन प्रायद्वीप
अंतर्राष्ट्रीय तुलनात्मक कार्यक्रम (International Comparison Program -ICP))
भाग : GS Prelims and Mains II – अंतर्राष्ट्रीय संगठन; अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम
समाचार में:
- विश्व बैंक ने अंतरराष्ट्रीय तुलनात्मक कार्यक्रम (आईसीपी) के तहत संदर्भ वर्ष 2017 के लिए नए क्रय शक्ति समता (PPPs) जारी किए।
- आईसीपी (ICP) विश्व बैंक द्वारा निर्देशित 199 देशों के विभिन्न सांख्यिकीय प्रशासनों की साझेदारी है।
- यह कार्यक्रम सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तुलनीय मूल्य और परिमाणात्मक उपायों का उत्पादन करता है।
- इसके घटक व्यय क्रय शक्ति समता (PPPs) पर आधारित हैं।
- आईसीपी (ICP) विभिन्न देशों को क्रय शक्ति समता (PPPs) में मुद्रा परिवर्तक (currency converters) और स्थानिक मूल्य अपस्फीतिकारक (spatial price deflators) दोनों की गणना करके विभिन्न देशों को तुलनीय बनाने की कोशिश करता है।
Important value additions:
क्रय शक्ति समता (PPPs) क्या है?
- क्रय शक्ति समता (PPPs) एक लोकप्रिय वृहद आर्थिक विश्लेषण मापीय है जिसका उपयोग देशों के बीच आर्थिक उत्पादकता और जीवन स्तर की तुलना करने के लिए किया जाता है।
- क्रय शक्ति समता (PPPs) एक आर्थिक सिद्धांत है जो विभिन्न देशों की मुद्राओं की तुलना “बास्केट ऑफ़ गुड्स” दृष्टिकोण के माध्यम से करता है।
क्या आप जानते हैं?
- आईसीपी (ICP) दुनिया की सबसे बड़ी सांख्यिकीय पहलों में से एक है । यह संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकीय आयोग के तत्वावधान में विश्व बैंक द्वारा प्रबंधित किया जाता है, तथा एक मजबूत शासन ढांचे के तहत काम कर रहे अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय, उप–क्षेत्रीय और राष्ट्रीय एजेंसियों की साझेदारी पर निर्भर करता है एवं एक स्थापित सांख्यिकीय पद्धति का अनुसरण करता है ।
- भारत ने 1970 में आईसीपी (ICP) की स्थापना के बाद से लगभग सभी आईसीपी (ICP) दौरों में भाग लिया है।
- भारत 2017 के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय तुलनात्मक कार्यक्रम (International Comparison Programme) के वर्तमान चरण में भाग ले रहा है।
- वैश्विक वास्तविक व्यक्तिगत उपभोग और वैश्विक सकल पूँजी निर्माण में क्रय शक्ति समता (PPP) आधारित हिस्सेदारी के मामले में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- अगली आईसीपी (ICP) तुलना संदर्भ वर्ष 2021 के लिए आयोजित की जाएगी।
अधिक जानकारी के लिए, देखें – https://www.worldbank.org/en/programs/icp
मिज़ोरम भूकंप
समाचार में:
- मिज़ोरम में 21 जून से 9 जुलाई के बीच कम से कम आठ मध्य श्रेणी के भूकंप आए।
- इनमें से अधिकांश भूकंपों का केंद्र म्यांमार की सीमा से सटे चंफई (Champhai) जिले के नीचे था।
- यहां महत्वपूर्ण बात यह है– मिज़ोरम भूकंप क्षेत्र दो भूगर्भीय भ्रंशो के बीच पड़ता है – चूरचंदपुर माओ फॉल्ट (Churachandpur Mao Fault) और मैट फॉल्ट (Mat Fault)।
Pic : भूकंप
क्या आप जानते हैं?
- भ्रंश (Faults) वह विच्छेदन या दरारें हैं जो पृथ्वी के भीतर अंतर्जनित गति के कारण बनती हैं।
- भ्रंशों के साथ पृथ्वी की भूपर्पटी की ऊर्ध्वाधर या पार्श्व फिसलन (Vertical or lateral slippage) भूकंप का कारण बनती है।
बाढ़ प्रतिरोधी पौधों का अनुकूलन
भाग : GS Prelims and Mains III – विज्ञान और प्रौद्योगिकी
समाचार में:
- असम के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में किसान जल प्रतिरोधी स्वर्ण सब1 (Swarna Sub1) फसलों की कटाई कर रहे हैं।
- स्वर्ण सब1(Swarna Sub1) को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और मनीला स्थित अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान द्वारा 2009 से विकसित किया गया है।
आंध्र प्रदेश में रेड सैंडर्स(Red Sanders) जब्त (Red Sanders seized in Andhra Pradesh)
भाग : GS Prelims and Mains – पर्यावरण और पारिस्थितिकी; जैव विविधता; संरक्षण
समाचार में:
- आंध्र प्रदेश रेड सैंडर्स (Red Sanders) एंटी तस्करी टास्क फोर्स ने तिरुपति (आंध्र प्रदेश) से 25 किमी दूर शेषाचलम पहाड़ियों में 1.50 टन रेड सैंडर्स लॉग (red sanders logs) जब्त किए हैं।
Important Value Additions:
रेड सैंडर्स (Red Sanders) के बारे में:
- पेट्रोकार्पस सांतालिनस (Pterocarpus santalinus) या रेड सैंडर्स (Red Sanders) दक्षिण भारत का एक स्थानिक पेड़ है।
- यह आंध्र प्रदेश के पालकोंडा और शेषाचलम पहाड़ी पर्वत माला के उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन में पाया जाता है तथा यह तमिलनाडु और कर्नाटक में भी पाया जाता है।
- रेड सैंडर्स (Red Sanders) आमतौर पर लाल मिट्टी, गर्म और शुष्क जलवायु के साथ चट्टानी, परती और निम्नीकृत भूमि में उगते हैं।
- आईयूसीएन (IUCN) ने अवैध कटाई ,तस्करी के कारण और इसकी घटती आबादी के कारण इसे लुप्तप्राय प्रजातियों (endangered species) की श्रेणी शामिल किया है।
क्या आप जानते हैं?
- सीआईटीईएस (CITES) एवं वन्य जीवन संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत भारत में इसका निर्यात प्रतिबंधित है।
- इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों जैसे रोग प्रतिरोधक दवाई, फर्नीचर, विकिरण शोषक, संगीत वाद्य यंत्र, खाद्य रंजक और मसाले, आयुर्वेद और सिद्ध चिकित्सा और सजावटी उद्देश्यों आदि के लिए किया जाता है।
(मुख्य लेख)
अर्थव्यवस्था/ पर्यावरण/ शासन
विषय: सामान्य अध्ययन 2,3:
- बुनियादी ढाँचा: ऊर्जा
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट
श्योर पावर: भारत की सौर रणनीति पर (Sure power: On India’s solar strategy)
संदर्भ: मध्य प्रदेश, रीवा में 750 मेगावाट के फोटोवोल्टिक सोलर प्रोजेक्ट का उदघाटन।
क्या आप जानते हैं?
- भारत में इस हरित ऊर्जा स्रोत का स्थापित आधार लगभग 35 गीगावाट है।
- जलवायु पर पेरिस समझौते में भारत ने 2022 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
सौर ऊर्जा की आवश्यकता:
- ऊर्जा सुरक्षा: भारत में ऊर्जा की आपूर्ति काफी हद तक ऊर्जा के गैर नवीकरणीय स्रोत द्वारा पूरी की जाती है।
- पर्यावरणीय स्थिरता: भारत की ऊर्जा मांग का अधिकांश हिस्सा काफी हद तक तापीय ऊर्जा द्वारा जीवाश्म ईंधन पर निर्भर करता है जो प्रदूषण का कारण बनता है । सौर ऊर्जा, ऊर्जा संसाधन का एक स्वच्छ रूप है, जो एक विकल्प हो सकता है।
- भारत उष्णकटिबंधीय देश होने के नाते देश के लगभग सभी भागों में मुफ्त सौर ऊर्जा की प्रचुरता है।
- बदलती विकासात्मक रणनीति: सौर ऊर्जा को आत्मनिर्भर औद्योगीकरण के मार्ग के रूप में देखा जा रहा है।
- ग्रामीण क्षेत्र में हरित ऊर्जा – व्यवसायिक कृषि के लिए यह महत्वपूर्ण है – खेतों में सिंचाई, ग्रीनहाउस और फसल और घास सुखाने के लिए कृषि को जोखिम मुक्त बनाना।
सौर ऊर्जा के विकास के संबंध में चुनौतियाँ
- फोटोवोल्टिक सेल्स, मॉड्यूल और संबंधित उपकरणों के आयात के लिए चीन पर भारी निर्भरता
- पिछले वर्ष 3.1 गीगावॉट में कम घरेलू सेल विनिर्माण क्षमता थी।
- COVID-19 प्रभावित भविष्य में क्षमता के अनुमानित लक्ष्यों में कमी हो सकती है । (2022 तक 100 गीगावाट)
- भारत का घरेलू सामग्री का आवश्यकता खंड (domestic content requirement clause), डब्ल्यूटीओ (WTO) में कानूनी चुनौती का सामना कर रहा है।
- अधिक जनसंख्या घनत्व के कारण सौर संयंत्र के लिए भारत में भूमि की उपलब्धता कम है।
- 2050 तक भारत का सोलर कचरा लगभग 18 मिलियन होने का अनुमान है, जिससे निपटने की जरूरत है।
- पॉलीसिलिकॉन जैसे महत्वपूर्ण कच्चे माल के आयात के संबंध में चुनौतियाँ।
आगे की राह
- सरकार को सौर ऊर्जा को सामरिक क्षेत्र बनाने और इसको रक्षा (defence) के बराबर महत्व देने की आवश्यकता है।
- भारत को कम और मध्यम आय वाले देशों में सौर फोटोवोल्टिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और समावेश को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर नेतृत्व दिखाने की आवश्यकता है।
- राज्यों द्वारा पूरी तरह से समर्थित नीतियों को एकीकृत करना होगा जहां उद्योगो को सुविधाएँ स्थापित करने और कम लागत वाले वित्तपोषण का लाभ उठाने में मदद मिलती है।
- भारत को बौद्धिक संपदा में भी निवेश करने में सक्षम होना चाहिए।
- इमारतों के लिए सुन्दर फोटोवोल्टिक विंडो और रूफ टाइल्स अभिनव प्रौद्योगिकियों को तेजी से अपनाना होगा।
- एक विकेंद्रीकृत दृष्टिकोण भारतीय परिदृश्य के लिए अनुकूल होगा तथा अधिक पैनलों को तैनात करने के लिए आवासीय और वाणिज्यिक इमारतों का अधिक उपयोग करना होगा।
- भारत को सोलर कचरा प्रबंधन और विनिर्माण मानक नीति की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
तेजी से प्रगति के लिए प्रतिस्पर्धी घरेलू विनिर्माण सहायता के लिए एक रणनीतिक बदलाव की आवश्यकता है ।
Connecting the dots:
- पर्यावरण संरक्षण मानकों पर COVID-19 का प्रभाव
- पेरिस जलवायु समझौता – अमेरिका द्धारा इसका विरोध – महत्वपूर्ण विश्लेषण
शासन/ अर्थव्यवस्था
विषय: सामान्य अध्ययन 1,2, 3:
- शहरी करण, उनकी समस्याएं और उनके उपाय।
- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियाँ और हस्तक्षेप तथा उनके योजना और कार्यान्वयन से उत्पन्न मुद्दे।
शहरी स्वास्थ्य देखभाल के संबंध में शायद ही स्मार्ट होना (Hardly smart about urban health care)
संदर्भ: स्मार्ट सिटी मिशन ने जून 2020 में पांच वर्ष पूरे किए हैं
स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य क्या है?
- मिशन ने 100 चयनित शहरों को “स्मार्ट” बनाने की मांग की थी, जो मुख्य रूप से “क्षेत्र आधारित विकास” मॉडल के माध्यम से, जिसके तहत शहर के एक छोटे से हिस्से को रेट्रोफिटिंग या पुनर्विकास द्वारा अपग्रेड किया जाएगा।
कोरोनावायरस महामारी काफी हद तक एक शहरी संकट रहा है
- अधिकांश स्मार्ट शहर अब COVID-19 की वजह से हुई तबाही से जूझ रहे हैं।
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे मेगासिटी में सबसे अधिक कोविड-19 पॉजिटिव मामले हैं।
- भारतीय शहर न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहे हैं बल्कि आर्थिक मुद्दों और आजीविका की एक बड़ी आपात स्थिति का भी सामना कर रहे हैं।
- शहरी निवासियों का एक उच्च प्रतिशत लॉकडाउन के दौरान अपना रोज़गार खो चुके है तथा एक अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे हैं।
महामारी के दौरान स्मार्ट सिटी मिशन परियोजनाओं का लाभ कैसे उठाया गया?
- कुछ शहर वायरस के प्रसार के बारे में वास्तविक समय के आंकड़ों की निगरानी के लिए ‘स्मार्ट सिटी मिशन‘ के तहत बनाए गए एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्रों का उपयोग “वॉर रूम” के रूप में कर रहे हैं।
स्मार्ट सिटी मिशन की आलोचना
- योजना के तहत आरंभ की गई परियोजनाएं निर्धारित समय से पीछे हैं
- 100 शहरों में 5,151 स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में से, लगभग 4,700 परियोजनाओं को प्रस्तावित किया गया है, और केवल 1,638 परियोजनाएं पूरी हुई हैं।
- खर्च के मामले में, 2,05,018 करोड़ रुपये के कुल निवेश के संदर्भ में, केवल 26,700 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी की गई हैं।
- मिशन में काफी हद तक सार्वजनिक स्वास्थ्य की उपेक्षा की गयी है
- मिशन के तहत आरंभ की गई 5,000 से अधिक परियोजनाओं में से केवल 69 स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए थीं।
- इसके अलावा, ऐसी परियोजनाओं पर 2,112 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी, जो कुल मिशन लागत का लगभग एक प्रतिशत है।
- इसने स्थानीय सरकारों को और कमजोर किया है
- स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) के समानांतर शासन संरचनाओं के साथ ‘स्मार्ट सिटीज मिशन‘ ने सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ाने की अपनी जिम्मेदारियों से स्थानीय निकायों को और दूर कर दिया है।
- भारत के शहरी स्थानीय निकाय आर्थिक और प्रशासनिक रूप से कमजोर और अत्यधिक रूप से प्रभावित हैं।
आगे की राह– स्थानीय क्षमताओं को मजबूत करना
- इस महामारी को नियंत्रित करने में केरल की सापेक्ष सफलता ने दिखाया है कि कैसे मजबूत स्थानीय सरकारों के साथ एक विकेंद्रीकृत राजनीतिक और प्रशासनिक प्रणाली तथा स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल में उच्च निवेश प्रभावी हो सकता है ।
- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन जैसे कार्यक्रमों, जिन्हें हाल ही में सीमित केंद्र–बिंदु और संसाधन प्राप्त हुए हैं, उन्हें मजबूत करने की आवश्यकता है ।
- एक राष्ट्रीय शहरी रोज़गार गारंटी कार्यक्रम की शुरुआत जो शहरी निवासियों के लिए नौकरियों का आश्वासन देता है ।(केरल 2010 से ऐसी योजना चला रहा है)
निष्कर्ष
चूंकि भारतीय शहरों को अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए शहरी विकास की प्राथमिकताओं को सही करना तथा अपने निवासियों के स्वास्थ्य और आजीविका में सुधार करने वाले कार्यक्रमों में निवेश करना महत्वपूर्ण है।
Connecting the dots:
- शहरी करण का पर्यावरणीय प्रभाव और समाधान
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ध्यान दें:
- आज के प्रश्नों के सही उत्तर अगले दिन के डीएनए सेक्शन में दिए जाएंगे । कृपया इसे देखें और अपने उत्तरों को अपडेट करें।
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Q.1) NATGRID के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- यह 20 से अधिक संगठनों से सूचनाओं के अव्यवस्थित खंड़ों का मिलान करने के लिए एक ऑनलाइन डाटाबेस है ताकि खुफ़िया जानकारी का उत्पादन किया जा सके।
- NATGRID सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI), 2005 के दायरे में आता है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
- केवल 1
- केवल 2
- 1 और 2 दोनों
- न तो 1 और न ही 2
Q.2) निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 के तहत स्थापित एक सांविधिक निकाय है।
- एनसीआरबी (NCRB) के 2017 के आंकड़ों से पता चलता है कि 2016 की तुलना में महिलाओं के खिलाफ अपराध में गिरावट आई है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
- केवल 1
- केवल 2
- 1 और 2 दोनों
- न तो 1 और न ही 2
Q.3) हाल ही में रेड सैंडर्स (Red Sanders) समाचारों में थे । इसके बारे में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- रेड सैंडर्स (Red Sanders) दक्षिण भारत के स्थानिक वृक्ष हैं।
- यह उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती वनों में पाए जाते हैं।
- रेड सैंडर्स (Red Sanders) आमतौर पर लाल मिट्टी तथा गर्म और शुष्क जलवायु के साथ चट्टानी, और परती भूमि में उगते हैं ।
- आईयूसीएन (IUCN) ने इसे लुप्तप्राय प्रजातियों की श्रेणी में रखा है।
निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
- 1, 2 और 3
- 1 और 3
- 1 और 4
- उपरोक्त सभी
Q.4) ‘शेषाचलम बायोस्फीयर रिजर्व‘ के बारे में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- इसमें श्री वेंकटेश्वर नेशनल पार्क शामिल है।
- यह रेड सैंडर्स (Red Sanders)और स्लेंडर लोरिस (Slender Loris) के निवास स्थल है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
- केवल 1
- केवल 2
- 1 और 2 दोनों
- न तो 1 और न ही 2
Q.5) निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- भूपर्पटी में जिस स्थान पर संचलन आरंभ होता है, उसे उपरिकेंद्र (epicentre) कहा जाता है।
- उपरिकेंद्र के ऊपर सतही स्थल को फोकस (focus) कहा जाता है।
- फोकस को हाइपोसेंटर (Hypocentre) के नाम से भी जाना जाता है।
निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है?
- केवल 1 और 2
- केवल 1 और 3
- केवल 2 और 3
- उपरोक्त सभी
ANSWERS FOR 11 th JULY 2020 TEST YOUR KNOWLEDGE (TYK)
1 | C |
2 | C |
3 | A |
4 | D |
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यूरोपीय संघ के संबंध में चीन की दुविधा
द हिंदू
सामाजिक अध्ययन में नागरिकों के पोषण के बारे में पूर्व उप-राष्ट्रपति द्वारा एक लेख:
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