DAILY CURRENT AFFAIRS IAS हिन्दी | UPSC प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा – 4th April 2025

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  • April 6, 2025
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IASbaba's Daily Current Affairs Analysis - हिन्दी

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(PRELIMS & MAINS Focus)


 

लोकसभा अध्यक्ष /स्पीकर और दलबदल (SPEAKERS AND DEFECTION)

पाठ्यक्रम:

  • प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा – राजनीति

संदर्भ: सुप्रीम कोर्ट ने दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्यता याचिकाओं पर निर्णय लेने में स्पीकरों की लंबे समय से निष्क्रियता के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और कहा कि वह मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकता।

संदर्भ का दृष्टिकोण: न्यायालय तेलंगाना के भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) विधायकों की अयोग्यता से संबंधित मामले की सुनवाई कर रहा था, जो सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। स्पीकर के समक्ष लंबे समय से लंबित याचिकाओं ने पीठ को यह सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया कि अगर सालों तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो क्या अदालतों को शक्तिहीन रहना चाहिए।

Learning Corner:

  • दसवीं अनुसूची को 1985 के 52वें संशोधन अधिनियम द्वारा भारतीय संविधान में शामिल किया गया था। इसका प्राथमिक उद्देश्य अपने राजनीतिक दलों से दलबदल करने वाले विधायकों की अयोग्यता के मुद्दे पर अध्यक्षता करके राजनीतिक दलबदल (जिसे अक्सर “हॉर्स-ट्रेडिंग” कहा जाता है) पर अंकुश लगाना है।
  • दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्यता के आधार – एक सदस्य (सांसद या एमएलए) को अयोग्य ठहराया जा सकता है:
    • यदि कोई निर्वाचित सदस्य स्वेच्छा से अपने राजनीतिक दल की सदस्यता छोड़ देता है।
    • यदि वे बिना पूर्व अनुमति के पार्टी के निर्देश (व्हिप) के विरुद्ध संसद /विधानमंडल में मतदान करते हैं या मतदान से दूर रहते हैं।
    • यदि कोई निर्दलीय /स्वतंत्र सदस्य चुनाव के बाद किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाता है।
    • यदि कोई मनोनीत सदस्य नामांकन के छह महीने बाद किसी पार्टी में शामिल होता है।
  • अपवाद –
    • विलय का प्रावधान: यदि किसी विधायक दल का 2/3 हिस्सा किसी अन्य दल में विलय कर लेता है, तो इसे दलबदल नहीं माना जाएगा। 1/3 सदस्यों द्वारा विभाजन के लिए पहले के अपवाद को 91वें संशोधन अधिनियम, 2003 द्वारा हटा दिया गया था।

अध्यक्ष (या सभापति) की भूमिका और शक्तियां

  • अंतिम प्राधिकारी: अध्यक्ष या सभापति दसवीं अनुसूची के तहत अयोग्यता पर अंतिम निर्णय लेने वाला प्राधिकारी है।
  • अर्ध-न्यायिक प्राधिकार: अध्यक्ष का निर्णय अर्ध-न्यायिक क्षमता में कार्य करता है।
  • न्यायिक समीक्षा: शुरू में, स्पीकर का निर्णय न्यायिक समीक्षा के अधीन नहीं था। हालाँकि, किहोटो होलोहन मामले (1992) में, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि:
    • अध्यक्ष का निर्णय न्यायिक समीक्षा के अधीन है।
    • अध्यक्ष के निर्णय के बाद न्यायालय उसकी वैधता और संवैधानिकता की समीक्षा कर सकते हैं।
  • अध्यक्ष की भूमिका की आलोचना:
    • चूंकि अध्यक्ष एक राजनीतिक दल से संबंधित है, इसलिए पक्षपात की चिंता उत्पन्न होती है।
    • निर्णय लेने में विलंब से विधायकों को दलबदल के बावजूद सत्ता पर बने रहने का मौका मिल जाता है।

स्रोत : Hindustan Times


हर्ड द्वीप और मैकडोनाल्ड द्वीप (HEARD ISLAND AND MCDONALD ISLANDS)

पाठ्यक्रम:

  • प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा – भूगोल

संदर्भ: हर्ड और मैकडोनाल्ड द्वीपों को व्हाइट हाउस द्वारा जारी उन “देशों” की सूची में शामिल किया गया है जिन पर नए व्यापार शुल्क लगाए जाएंगे।

संदर्भ का दृष्टिकोण: हर्ड द्वीप और मैकडोनाल्ड द्वीप ऑस्ट्रेलिया के कई “बाहरी क्षेत्रों” में से हैं, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया की टैरिफ सूची में अलग से सूचीबद्ध किया गया है, जहां के सामानों पर 10% टैरिफ लगाया जाएगा।

बाह्य क्षेत्र ऑस्ट्रेलिया का हिस्सा हैं और स्वशासित नहीं हैं, लेकिन संघीय सरकार के साथ उनका एक अनूठा संबंध है। व्हाइट हाउस की सूची में शामिल ऐसे क्षेत्र कोकोस (कीलिंग) द्वीप, क्रिसमस द्वीप और नॉरफ़ॉक द्वीप थे।

Learning Corner:

  • हर्ड द्वीप और मैकडोनाल्ड द्वीप (जिन्हें प्रायः HIMI के रूप में संक्षिप्त किया जाता है) उपअंटार्कटिक ज्वालामुखी द्वीपों का एक दूरस्थ समूह है जो ऑस्ट्रेलिया का एक बाहरी क्षेत्र बनाता है।
  • दक्षिणी हिंद महासागर में स्थित ये द्वीप, ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से लगभग 4,100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में तथा अंटार्कटिका से लगभग 1,600 किलोमीटर उत्तर में स्थित हैं।
  • एकमात्र ज्वालामुखीय रूप से सक्रिय उपअंटार्कटिक द्वीप होने के नाते वे ‘पृथ्वी में एक खिड़की खोलते हैं’, जिससे चल रही भू-आकृतिक प्रक्रियाओं और हिमनद गतिशीलता को देखने का अवसर मिलता है।
  • संरचना: इस क्षेत्र में मुख्य रूप से दो द्वीप समूह शामिल हैं:
    • हर्ड द्वीप: दोनों में से बड़ा द्वीप, जो अपने ऊबड़-खाबड़ भूभाग, व्यापक हिमनदीकरण और सक्रिय ज्वालामुखीय विशेषताओं के लिए जाना जाता है।
    • मैकडोनाल्ड द्वीप: यह एक छोटा समूह है, जो हर्ड द्वीप से कम विस्तृत है, लेकिन हाल के दशकों में इसमें उल्लेखनीय ज्वालामुखी गतिविधि देखी गई है।

भूवैज्ञानिक और ज्वालामुखीय विशेषताएँ

  • ज्वालामुखीय उत्पत्ति: हर्ड और मैकडोनाल्ड द्वीप दोनों ही ज्वालामुखीय उत्पत्ति के हैं। वे केर्गुएलन पठार पर स्थित हैं, जो एक विशाल पनडुब्बी ज्वालामुखी प्रांत है।
  • ज्वालामुखीयता: हर्ड द्वीप बिग बेन का घर है, जो एक प्रभावशाली ज्वालामुखी परिसर है, जिसका सबसे ऊँचा बिंदु मॉसन पीक (समुद्र तल से लगभग 2,745 मीटर ऊपर) है। यह सक्रिय ज्वालामुखी ऑस्ट्रेलियाई बाहरी क्षेत्रों में केवल दो में से एक है।
  • मैकडोनाल्ड द्वीप समूह में भी ज्वालामुखीय गतिविधियां देखी गई हैं, जिनमें विस्फोट भी शामिल हैं, जिनके कारण भूमि के आकार और आकृति में परिवर्तन हुआ है।

पारिस्थितिकी और पर्यावरणीय महत्व

  • प्राचीन पारिस्थितिकी तंत्र: इन द्वीपों में असाधारण रूप से अच्छी तरह से संरक्षित उप-अंटार्कटिक पारिस्थितिकी तंत्र हैं। उनके अलगाव ने इन क्षेत्रों को आक्रामक प्रजातियों और महत्वपूर्ण मानवीय व्यवधान से बचाने में मदद की है।
  • जैव विविधता हॉटस्पॉट: निर्जन होने के बावजूद, ये द्वीप विभिन्न प्रकार के समुद्री पक्षियों (जैसे पेंगुइन, अल्बाट्रॉस और पेट्रेल) और सील सहित समुद्री स्तनधारियों के प्रजनन स्थल के रूप में काम करते हैं।
  • संरक्षित स्थिति: अपने उत्कृष्ट प्राकृतिक मूल्यों के कारण, इस क्षेत्र को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
  • इन द्वीपों पर ऑस्ट्रेलिया का शासन है और इन्हें प्रकृति रिजर्व के रूप में प्रबंधित किया जाता है। चुनौतीपूर्ण पर्यावरणीय परिस्थितियों और संरक्षण पर जोर के कारण इन तक पहुँच अत्यधिक प्रतिबंधित है, जो आम तौर पर शोध अभियानों तक ही सीमित है।

स्रोत : The Guardian


अभ्यास इंद्र (EXERCISE INDRA)

पाठ्यक्रम:

  • प्रारंभिक परीक्षा – अंतर्राष्ट्रीय

प्रसंग: भारत और रूस के बीच स्थायी समुद्री साझेदारी की आधारशिला, भारत-रूस द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास इंद्र का 14वां संस्करण संपन्न हो गया है।

संदर्भ का दृष्टिकोण: 2003 में अपनी स्थापना के बाद से, अभ्यास इंद्र दोनों नौसेनाओं के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक संबंधों का प्रतीक है।

Learning Corner:

  • अभ्यास इंद्र भारतीय नौसेना और रूसी नौसेना के बीच द्विवार्षिक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।

उद्देश्य और महत्व

  • अंतरसंचालनीयता को बढ़ाना: अभ्यास का उद्देश्य आपसी समझ और समन्वय को बेहतर बनाना है। अभ्यास में सामरिक युद्धाभ्यास से लेकर वायु-रोधी अभ्यास तक कई तरह के ऑपरेशनों में अंतरसंचालनीयता पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिससे संकट के समय में दोनों पक्षों की एक साथ मिलकर काम करने की क्षमता बढ़ती है।
  • सामरिक समुद्री साझेदारी: अपने परिचालन फोकस से परे, इंद्र भारत और रूस के बीच सामरिक संबंधों के प्रतीक के रूप में कार्य करता है, जो दशकों के रक्षा सहयोग को प्रतिध्वनित करता है।
  • कौशल संवर्धन और ज्ञान का आदान-प्रदान: विषय वस्तु विशेषज्ञों के आदान-प्रदान (एसएमईई), पारस्परिक यात्राओं और संयुक्त पूर्व-नौकायन ब्रीफिंग के माध्यम से, दोनों नौसेनाएं एक-दूसरे की परिचालन रणनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्राप्त करती हैं, जिससे उनकी सामरिक कौशलता और रणनीतिक योजना समृद्ध होती है।
  • अभ्यास इंद्र आमतौर पर दो अलग-अलग चरणों में आयोजित किया जाता है:
    • बंदरगाह चरण: इस चरण का उद्देश्य योजना बनाना और तकनीकी तथा सामरिक जानकारी का आदान-प्रदान करना है, ताकि समुद्र में जाने से पहले दोनों पक्षों के बीच तालमेल सुनिश्चित हो सके।
    • समुद्री चरण: समुद्री चरण में यथार्थवादी समुद्री परिवेश में दोनों नौसेनाओं की परिचालन प्रभावशीलता का प्रदर्शन और परीक्षण किया जाता है।

स्रोत : PIB


प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PRIME MINISTER’S NATIONAL RELIEF FUND -PMNRF)

पाठ्यक्रम:

  • प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा – भूगोल

संदर्भ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के बनासकांठा क्षेत्र में हुए पटाखा विस्फोट पर दुख व्यक्त किया जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई।

संदर्भ का दृष्टिकोण: प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

Learning Corner:

  • प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) एक केंद्रीय रूप से प्रबंधित ट्रस्ट है, जिसकी स्थापना प्राकृतिक आपदाओं, बड़ी दुर्घटनाओं और अन्य अप्रत्याशित घटनाओं से प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए की गई है।

स्थापना और विकास

  • स्थापना: पीएमएनआरएफ की स्थापना स्वतंत्रता के तुरंत बाद, 1948 में, विभाजन के बाद हुए विस्थापन और पीड़ा के जवाब में की गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय आपात स्थितियों के लिए सार्वजनिक एकजुटता और स्वैच्छिक योगदान के सिद्धांत के आधार पर इस कोष की शुरुआत की थी।
  • समय के साथ विकास: पिछले कुछ दशकों में पीएमएनआरएफ का दायरा बढ़ा है। आज, यह बाढ़, चक्रवात, भूकंप और सुनामी जैसी आपदाओं के लिए राहत प्रदान करने के साथ-साथ दंगों, बड़ी दुर्घटनाओं और हृदय शल्य चिकित्सा, किडनी प्रत्यारोपण और कैंसर उपचार जैसी चिकित्सा आपात स्थितियों के पीड़ितों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

वित्तपोषण, अंशदान और कर लाभ

  • केवल स्वैच्छिक योगदान: पीएमएनआरएफ अद्वितीय है क्योंकि यह पूरी तरह से व्यक्तियों, निगमों, ट्रस्टों और संस्थानों से स्वैच्छिक योगदान के माध्यम से वित्त पोषित है। इसे सरकार से कोई बजटीय सहायता नहीं मिलती है।
  • कर छूट: पीएमएनआरएफ को किए गए सभी दान आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 (जी) के तहत कर योग्य आय से 100% कटौती के लिए पात्र हैं।
  • प्रशासन: इस कोष का प्रशासन प्रधानमंत्री के संयुक्त सचिव द्वारा मानद आधार पर किया जाता है, जो कोष के सचिव हैं। उन्हें मानद आधार पर निदेशक स्तर के अधिकारी द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
  • व्यय: इस निधि का वितरण प्रधानमंत्री के विवेकानुसार तथा प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार किया जाता है।
  • लेखापरीक्षा: पीएमएनआरएफ का लेखापरीक्षा सरकार के बाहर एक स्वतंत्र लेखापरीक्षक द्वारा किया जाता है।

स्रोत : Business Standard


बांदीपुर टाइगर रिजर्व (BANDIPUR TIGER RESERVE)

पाठ्यक्रम:

  • प्रारंभिक परीक्षा – पर्यावरण

संदर्भ: बांदीपुर में रात्रि यातायात प्रतिबंध केरल के लिए एक विवादास्पद मुद्दा रहा है, जिसके सांसदों ने बार-बार इस मुद्दे को संसद में भी उठाया है।

संदर्भ का दृष्टिकोण: 2010 से लागू इस प्रतिबंध ने जंगली जानवरों की वाहनों से कुचलकर होने वाली मौतों को कम करने में मदद की है, साथ ही रात में उनके आवास में होने वाली गड़बड़ी से भी राहत प्रदान की है। हालाँकि इस प्रतिबंध को कानूनी रूप से चुनौती दी गई थी, लेकिन इसे कर्नाटक उच्च न्यायालय और बाद में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने बरकरार रखा, जिसने इस क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता की रक्षा के लिए इसकी आवश्यकता को मजबूत किया।

Learning Corner: 

  • बांदीपुर टाइगर रिजर्व कर्नाटक के मैसूर और चामराजनगर जिलों में स्थित है।
  • यह दक्षिण में मुदुमलाई टाइगर रिजर्व, दक्षिण पश्चिम में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य से घिरा हुआ है तथा उत्तर पश्चिम की ओर काबिनी जलाशय बांदीपुर और नागरहोल टाइगर रिजर्व को अलग करता है।
  • 1973 में, बांदीपुर को प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व के रूप में नामित किया गया, जो कि भारत सरकार द्वारा अपनी लुप्तप्राय बाघ आबादी की सुरक्षा के लिए किये गए शुरुआती प्रयासों में से एक था।
  • भौगोलिक दृष्टि से यह एक “पारिस्थितिक संगम” है क्योंकि यहां पश्चिमी और पूर्वी घाट मिलते हैं।
  • वनस्पति: मुख्यतः उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन, नम पर्णपाती और झाड़ीदार वन।
  • प्रमुख वृक्ष प्रजातियाँ: सागौन, शीशम, भारतीय किनो वृक्ष, एक्सलवुड, भारतीय करौंदा
  • जीव-जंतु:
    • प्रमुख प्रजातियाँ: रॉयल बंगाल टाइगर
    • अन्य प्रमुख प्रजातियाँ:
      • हाथी, भारतीय गौर, तेंदुआ, भालू, जंगली कुत्ता (ढोल)
      • चीतल, सांभर हिरण, बार्किंग हिरण
      • समृद्ध पक्षी जीवन: मोर, हॉर्नबिल, चील, उल्लू

स्रोत : The Hindu


Practice MCQs

Daily Practice MCQs

दैनिक अभ्यास प्रश्न:

Q1. द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास इंद्र के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

  1. यह भारत और रूस के बीच प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला संयुक्त अभ्यास है जिसमें केवल नौसेनाएं शामिल होती हैं।
  2. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच अंतर-संचालन और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाना है।
  3. इन्द्रा का पहला संस्करण 2015 में आयोजित किया गया था।

उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

  1. a) केवल 1 और 2 
  2. b) केवल 2 
  3. c) केवल 2 और 3 
  4. d) 1, 2 और 3

 

Q2. प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. यह संसद के अधिनियम द्वारा निर्मित एक वैधानिक निधि है।
  2. इसका उपयोग प्रमुख बीमारियों के चिकित्सा उपचार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए किया जाता है।
  3. भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) प्रतिवर्ष इस कोष का लेखा-परीक्षण करता है।

उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

  1. a) केवल 1 और 2 
  2. b) केवल 2 
  3. c) केवल 1 और 3 
  4. d) 1, 2 और 3

 

Q3. बांदीपुर टाइगर रिजर्व के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. यह नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है।
  2. इसे 2006 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ अभयारण्य घोषित किया गया था।
  3. यह पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट के संगम पर स्थित है।

उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

  1. a) केवल 1 और 2 
  2. b) केवल 1 और 3 
  3. c) केवल 1 
  4. d) 1, 2 और 3

 


Comment the answers to the above questions in the comment section below!!

ANSWERS FOR ’ Today’s – Daily Practice MCQs’ will be updated along with tomorrow’s Daily Current Affairs


ANSWERS FOR 3rd April – Daily Practice MCQs

Answers- Daily Practice MCQs

Q.1) –  b

Q.2) – b

Q.3) – a

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